नयी दिल्ली। भ्रष्टाचार के पांच आरोपों में आंग सान सू की और पूर्व राष्ट्रपति विन म्यिंट को और सात-सात साल की कैद की सजा सुनाई। म्यांमार की राजधानी नाएप्यीडॉ की एक अदालत ने अपना फैसला सुनाया है। म्यांमार के एक न्यूज पोर्टल ने यह जानकारी दी है।
नायप्यीडॉ केंद्रीय कारागार के अंदर आयोजित अदालती सुनवाई में सजा की घोषणा की गई और अभियुक्तों को इस सजा के खिलाफ अपील करने का अधिकार है। सभी पांच आरोप कथित तौर पर राज्य के फंड से खरीदे गए हेलीकॉप्टर के पट्टे और उपयोग से संबंधित हैं।
सुश्री आंग सान सू की और विन म्यिंट ने कथित तौर पर अपने पदों का दुरुपयोग किया और अधीनस्थों को हेलीकॉप्टर किराए पर लेने, खरीदने और बनाए रखने की अनुमति देते समय सभी आवश्यक कानूनी तथा वित्तीय नियमों का पालन नहीं करके देश के धन को नुकसान पहुंचाया।
ये आरोप सुश्री आंग सान सू की के खिलाफ आपराधिक और प्रशासनिक मामलों की श्रृंखला में अंतिम हैं। वह शुक्रवार की सजा सहित कुल 33 साल जेल में बिताएंगी। वर्ष 1991 के नोबेल शांति पुरस्कार विजेता सुश्री आंग ने फरवरी 2021 तक म्यांमार के राज्य परामर्शदाता के रूप में कार्य किया।
उसी दौरान एक आपातकालीन स्थिति में सत्ता हस्तांतरण के लिए एक संवैधानिक तंत्र का उपयोग करके सेना ने देश में सत्ता हथिया ली। जुंटा ने उनकी सरकार को उखाड़ फेंका और तत्कालीन राष्ट्रपति विन म्यिंट के साथ उन्हें नजरबंद कर दिया। दोनों को जल्द ही नाएप्यीडॉ केंद्रीय कारागार में स्थानांतरित कर दिया गया।