कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में देश की सातवीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का शुभारंभ करने के साथ ही क्षमता विस्तार की चार महत्वपूर्ण परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे जिससे राज्य में रेल परिचालन सुगमता और रफ्तार आएगी।
मोदी कल सुबह हावड़ा रेलवे स्टेशन पर वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखा कर न्यू जलपाईगुड़ी के लिए रवाना करेंगे, जो करीब 561 किलोमीटर की दूरी सात घंटे 50 मिनट में तय करेगी। गाड़ी दोनों दिशाओं में आते-जाते समय मालदा टाउन, बारसोई और किशनगंज स्टेशनों पर रुकेगी। इस मार्ग पर शताब्दी एक्सप्रेस भी चलती है जो यह दूरी आठ घंटे 20 मिनट में तय करती है।
पूर्वी भारत की यह पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन पर्यटन और राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण होगी। दार्जीलिंग और सिक्किम के लिए न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन मुख्य संपर्क बिन्दु है। यह स्टेशन पूर्वोत्तर क्षेत्र के द्वार के रूप में भी जाना जाता है। प्रधानमंत्री 335 करोड़ रुपये से अधिक लागत वाली न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन की पुनर्विकास परियोजना की आधारशिला भी रखेंगे।
इसके अलावा राज्य की राजधानी कोलकाता से जुड़ी दो परियोजनाओं – बोइंची से शक्तिगढ़ के बीच 25.8 किलोमीटर तीसरी लाइन तथा दानकुनी एवं चंदननगर के बीच 25.4 किलोमीटर के बीच चौथी लाइन के लोकार्पण से रोजगार के लिए आसपास के क्षेत्रों से कोलकाता आने-जाने वाले दैनिक यात्रियों को लाभ मिलेगा। इन लाइनों पर अधिक ईएमयू गाड़यिां चलायी जा सकेंगी।
इसी प्रकार से मुर्शिदाबाद जिले में निमतीता और न्यू फरक्का के बीच 25.4 किलोमीटर लाइन के दोहरीकरण और उत्तर बंगाल में जलपाईगुड़ी एवं अलीपुर द्वार आमबारी फलकाता एवं न्यू मायानगरी तथा न्यू मायानगरी एवं गुमानीहाट के बीच करीब 89 किलोमीटर लाइन के दोहरीकरण के लोकार्पण से कोलकाता एवं देश के अन्य क्षेत्रों से पूर्वोत्तर क्षेत्र के बीच रेल संपर्क आसान हो जाएगा।
इसके अलावा कोलकाता की मेट्रो रेल की जोका एवं ताराताल के बीच करीब साढ़े छह किलोमीटर की मेट्रो लाइन का भी लोकार्पण किया जाएगा। इस पर लगभग 2477 करोड़ रुपये की लागत आयी है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य में रेलवे की लंबित परियोजनाओं को पूरा करने को लेकर काफी मुखर रहीं हैं और शुक्रवार को वह भी अपने राज्य में रेलवे के क्षमता विस्तार की साक्षी बनेंगी।
प्रधानमंत्री रेलवे स्टेशन के कार्यक्रम के बाद आईएनएस नेताजी सुभाष पहुंचकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। वह डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी झ्र नेशनल इंस्टीट्यूट आॅफ वॉटर एंड सेनीटेशन का उद्घाटन भी करेंगे। देश में सहकारी संघवाद को बढ़ावा देने की एक और पहल के क्रम में प्रधानमंत्री कल राष्ट्रीय गंगा परिषद की दूसरी बैठक की अध्यक्षता करेंगे।