नई दिल्ली। आगामी केंद्रीय बजट 2023-24 को ध्यान में रखते हुए देश भर में महिलाओं और बच्चों के कल्याण के लिए काम करने वाले गैर-सरकारी संगठन और स्वयं सहायता समूह ने केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण से महिलाओं तथा बालिकाओं के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए सभी तंबाकू उत्पादों पर टैक्स बढ़ाने की अपील की है।
देश के नौ राज्यों महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, ओडिशा, तमिलनाडु, हरियाणा, पश्चिम बंगाल और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में काम करने वाले महिला एवं बाल कल्याण संगठनों की तरफ से यह अपील जारी की गयी है।
इन संगठनों ने देश और विदेश में किए गए कई अध्ययनों का हवाला दिया है जो बताते हैं कि महिलाओं द्वारा किसी भी तरह से तंबाकू का सेवन प्रजनन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है तथा गर्भावस्था के परिणाम को प्रभावित करता है। तम्बाकू के उपयोग और सिगरेट से सेकेंड हैंड धुएं के संपर्क में आने से सर्वाइकल कैंसर का खतरा तेजी से बढ़ता है।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण पर संसदीय स्थायी समिति की 139वीं रिपोर्ट के अनुसार, कैंसर देखभाल योजना और प्रबंधन: रोकथाम, निदान, अनुसंधान और कैंसर के उपचार की सामर्थ्य, सर्वाइकल कैंसर, 15 से 44 वर्ष की महिलाओं में दूसरा सबसे अधिक होने वाला कैंसर है। यह भारत में कैंसर से होने वाली मौतों में सबसे अधिक अनुपात वाला आयु वर्ग है।
देश के राष्ट्रीय कैंसर रजिस्ट्री कार्यक्रम और राष्ट्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण सर्वेक्षण के अंतिम दौर की रिपोर्ट के अनुसार, सर्वाइकल कैंसर की उच्च दर वाले क्षेत्रों में महिला धूम्रपान की दर सर्वाइकल कैंसर की कम दरों वाली रजिस्ट्रियों की तुलना में अधिक थी। यह भी कहा गया है कि तंबाकू का उपयोग कैंसर से जुड़े सबसे प्रमुख जोखिम कारकों में से एक है।
इंटरनेशनल एजेंसी फ़ॉर रिसर्च ऑन कैंसर से इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि तंबाकू के उपयोग से गर्भाशय ग्रीवा के स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा जिसके या महिलाओं में आमतौर पर सर्वाइकल कैंसर कहा जाता है, उसके होने के खतरे बहुत बढ़ जाते हैं । जाइडस हॉस्पिटल्स, वडोदरा में रेडिएशन ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ गुरु प्रसाद मोहंती ने देश में तंबाकू के सेवन को हतोत्साहित करने की सिफारिश करते हुए दोहराया,ह्लन केवल सक्रिय तंबाकू का उपयोग बल्कि सेकेंड हैंड स्मोक भी सर्वाइकल कैंसर के खतरे को बढ़ाता है।ह्व