देहरादून। भारी बर्फबारी के कारण पड़ रही जबरदस्त ठंड के बीच बदरीनाथ धाम के कपाट अभी बंद नहीं हुए हैं और कड़ाके की ठंड के बावजूद दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। बदरीनाथ जाने वाले श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है।
कई फुट तक गिरी बर्फ की परवाह किए बिना श्रद्धालु किस कदर बदरी नारायण के दर्शन के लिए उमड़ रहे हैं इसका अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि अकेले सोमवार 14 नवंबर को 4311 श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किये। बदरीनाथ धाम के कपाट 19 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद होंगे। कोरोना के कारण दो साल तक बदरीनाथ की यात्रा बाधित रहने के बाद इस वर्ष मई में पूरे जोशो-खरोश के साथ शुरु हुई थी और आठ मई को कपाट खुलने के बाद से अब तक 17 लाख 50 हजार से ज्यादा श्रद्धालु बदरी नारायाण महाराज के दर्शन कर चुके हैं।
उत्तराखंड में शेष तीन धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो चुके हैं। केदारनाथ के कपाट 27 अक्टूबर को बंद हुए। इस धाम के कपाट ग्रीष्मकाल के लिए छह मई को खुले और 27 अक्टूबर को बंद हुए। इस अवधि में रिकार्ड 1563278 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये।
केदारनाथ के दर्शन के लिए हेलीकॉप्टर के माध्यम से 151795 तीर्थयात्री पहुंचे थे। यमुनोत्री धाम के कपाट तीन मई को खुले और 27 अक्टूबर को शीतकाल के लिए बंद हुए। कपाट बंद होने तक तक यमनोत्री में 485688 श्रद्धालुओं ने दर्शन किये। गंगोत्री धाम के कपाट 26 अक्टूब को बंद हुए और कपाट खुलने की तिथि तीन मई से 26 अक्टूबर 624516 गंगोत्री धाम पहुंचे।