मलावी। इथोपिया के पच्चीस नागरिकों को यहां एक साथ दफनाया गया था। स्थानीय पुलिस ने इन सभी को उस कब्र से खोद निकाला है। अंतिम दौर में चार वैसी लाशें भी पायी गयी हैं, जो सड़ चुकी थी। इन सभी को उत्तरी मलावी के एक जंगली इलाके में दफनाया गया था।
स्थानीय पुलिस के प्रवक्ता पीटर कालाया ने बताया कि संदेह है कि यह सभी लोग मानव तस्करी की भेंट चढ़ गये हैं। इन तस्करों ने रोजगार दिलाने के नाम पर उनके पैसे ऐंठे थे और इस सुनसान स्थान पर सभी की हत्या कर उनकी लाशों को दफना दिया था। यह सभी लाशें इथोपिया के नागरिकों की हैं और सभी 25 से चालीस साल की उम्र के पुरुष है। इसी वजह से माना जा रहा है कि इन सभी को रोजगार उपलब्ध कराने का झांसा देकर मारा गया है। जाहिर है कि रोजगार की आशा में इनलोगों ने तस्करों को पैसे भी दिये होंगे।
उत्तरी मलावी के मिजिंबा जिला के मटांगगाटाना जंगल के भीतर यह सामूहिक कब्र खोजा गया है। जंगल में करीब एक किलोमीटर भीतर इन लाशों को दफनाया गया था। वैसे अपुष्ट जानकारी के मुताबिक स्थानीय पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में कुछ लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है, जिनसे अभी पूछताछ चल रही है। दूसरी तरफ स्थानीय मीडिया की रिपोर्टों के मुताबिक इस सिलसिले में इथोपिया के ही 72 नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है।
यह सभी लोग मलावी की सीमा में अवैध तरीके से प्रवेश कर चुके थे। वैसे मलावी के दस लोग भी इसी सिलसिले में गिरफ्तार किये गये हैं। पुलिस का मानना है कि अवैध तरीके से मलावी होते हुए दक्षिण अफ्रीका में रोजगार के लिए जाने वाले इथोपिया के नागरिकों की बाढ़ सी आ गयी है। पिछले आठ महीने में पुलिस ने ऐसे करीब दो सौ लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें कुछ सोमालिया के भी नागरिक हैं, जहां अकाल जैसी स्थिति चल रही है।