बैंकॉक। म्यांमार की सेना ने एक सार्वजनिक समारोह में एकत्रित हुए लोगों पर ही हवाई हमला कर दिया। इस हवाई हमले में साठ लोगों के मारे जाने की खबर है। इनमें उस समारोह में गाने के लिए बुलाये गये गायक और साजिंदे भी शामिल है। वायुसेना के इस हमले की जानकारी वहां काम कर रहे संगठनों के जरिए मिली है।
बताया गया है कि वहां के एक अल्पसंख्यक समुदाय के समारोह में लोग एकत्रित हुए थे। यह सूचना तब आयी है जब दक्षिण पूर्व एशिया के देशों के विदेश मंत्री वहां की बिगड़ती स्थिति के बारे में बैठक करने वाले हैं। काचीन संगठन पर यह हमला रविवार की रात को किया गया था। इस घटना की आधिकारिक पुष्टि नहीं होने के बाद भी कई सामाजिक संगठनों ने घटना से संबंधित वीडियो जारी किये हैं।
जिसमें उस समारोह के इलाके में विस्फोट से हुई तबाही के निशान साफ नजर आ रहे हैं। इससे पहले ही संयुक्त राष्ट्र म्यांमार की जनता पर सेना के हवाई हमलों पर चिंता व्यक्त कर चुका है। सेना द्वारा सत्ता हथियाने के बाद से ऐसे हमलों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। दूसरी तरफ वहां के सामुदायिक संघर्ष की वजह से देश छोड़कर भागने पर विवश हुए रोहिंग्या समुदाय को भी वे वापस लेने को तैयार नहीं हैं।
वहां की निर्वाचित नेता को वर्तमान सैन्य शासन ने कई मामलों में दोषी ठहराते हुए जेल में कैद कर रखा है। दूसरी तरफ सेना की इन हरकतों से नाराज जनता भी अब विद्रोह पर उतर आय़ी है। देश के कई हिस्सों में खास तौर पर जंगली इलाकों में सेना पर लगातार छापामार हमला बढ़ता ही जा रहा है। इसी वजह से अब म्यांमार की सेना अपना नुकसान कम करने के लिए ही हवाई हमले कर रही है।
जिसके शिकार आम लोग हो रहे हैं। वैसे जिस काचीन समुदाय पर हवाई हमले की खबर आयी है, वह समूह भी सेना के खिलाफ संघर्ष कर रहा है और अब तो इस समूह ने अपना हथियार बनाना भी प्रारंभ कर दिया है। जहां पर यह हवाई हमला किय गया है वह म्यांमार के उत्तर का पहाड़ी इलाका है। यह म्यांमार के सबसे बड़े शहर यंगोन से करीब छह सौ मील की दूरी पर है।