आदर्श पुरूष थे केदार सिंह फोनिया : त्रिवेंद्र
फोनिया ने प्रदेश के पर्यटन को दिया एक सुनिश्चित विजन: त्रिवेंद्र
देहरादून। उत्तराखंड में भाजपा के वरिष्ठ और पूर्व कैबिनेट मंत्री केदार सिंह फोनिया का 92 वर्ष की आयु में कल निधन हो गया था। आज उनकी अंत्येष्टि हरिद्वार में की गई।
उनके अंतिम दर्शन के लिए प्रमुख राजनेताओं समेत सैकड़ों लोग पहुंचे जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी शामिल हुए। उनके पार्थिव शरीर को भावभीनी श्रद्धांजलि देने के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि दो दशकों से ज्यादा समय से प्रत्यक्ष तौर पर उनसे जुड़ा रहा हूं, इसलिए कहा सकता हूं कि वे एक आदर्श पुरूष थे।
उत्तराखंड की राजनीति में वे सदा आदरणीय रहेंगे, क्योंकि कितनी भी विपरीत परिस्थितियां क्यों न रही हों, उन्होंने कभी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। यह बात भी काबिलेगौर है कि केदार सिंह फोनिया जी की पर्यटन के क्षेत्र में गहरी पकड़ थी। आज उत्तराखंड में जो हम पर्यटन देखते हैं, इस पर्यटन को एक सुनिश्चित विजन देने का काम फोनिया जी ने ही किया।
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि एक तरह से एक युग का समापन हुआ है। अब उनकी पीढ़ी के लोग हमारे बीच नहीं हैं। उनका जो राजनीतिक जीवन रहा है वो आदर्शों पर आधारित रहा है। साल 1991 में जब वो पहली बार विधायक बने थे, तभी से मेरा उनसे बहुत नजदीकी संबंध रहा है।
कभी भी उन्होंने किसी दबाव में, किसी लालच में कोई भी समझौता उन्होंने नहीं किया। मुझे याद है जब विधानसभा चुनाव थे तो मैंने उनसे कहा था कि भाई साहब अब आपको चुनाव नहीं लड़ना चाहिए, तो उन्होंने सहज स्वीकृति दी थी कि यदि पार्टी मुझे टिकट नहीं देती है तो मुझे बेहद खुशी होगी।
यानी कभी पद की लालसा उनमें नहीं देखी। वे न केवल एक समर्पित जन नेता ही नहीं, बल्कि एक अच्छे लेखक और व्यक्ति भी थे। ये सारे गुण एक ही व्यक्ति में होना कम ही होता है। भले ही वो आज हमारे बीच नहीें है लेकिन उनकी स्मृतियां शेष हैं।