तस्करों की नयी तरीका, हैंडपंप चलाने से निकलता था शराब 

भोपाल।गुना जिला की पुलिस को अपने यहां देशी शराब के अवैध कारोबार की सूचना काफी समय से मिल रही थी। इन सूचनाओं के आधार पर पुलिस छापामारी भी कर रही थी लेकिन कभी भी शराब की बड़ी खेप नहीं पकड़ी गयी थी। इस बार पहली बार पुलिस को गुना के भानपूरा गांव में अनोखे अंदाज में शराब का कारोबार करने का पता चल गया।

बुधवार को पुलिस ने जब इस गांव पर अचानक छापा मारा तो वहां देसी शराब के आठ बड़े ड्रम बरामद हुए। पहली बार शराब छिपाने के नये तरीके के बारे में भी पुलिस को यहां से जानकारी मिली। दरअसल खेती के इलाके में पुआल के नीचे इन ड्रमों को छिपाया गया था। मजेदार स्थिति यह थी कि इन ड्रमों को जमीन के नीचे छिपाया गया था। उसके ऊपर एक हैंड पंप लगा था। उत्सुकतावश जब पुलिस वालों ने इस पंप को चलाया तो उसमें पानी के बदले देसी शराब निकलने लगा।

इसी से पता चला कि नीचे शराब के ड्रम भरे पड़े हैं। आम तौर पर हैंड पंप का ऐसा भी इस्तेमाल हो सकता है, इसकी कल्पना भी पहले नहीं की गयी थी। इस छापामारी के बाद गुना के पुलिस अधीक्षक पंकज श्रीवास्तव ने इस बारे में मीडिया को जानकारी दी है। एक बार के इस ठिकाने का पता चल जाने के बाद अन्य इलाकों में भी इस तरीके से रखे गये पुआल के ढेरों के नीचे की जांच की गयी। जांच में दूसरे स्थानों पर भी इसी तरीके से शराब के ड्रम रखने का भंडाफोड़ हो गया है।

जमीन के अंदर इस तरीके से देशी शराब को छिपाने तथा उसे हैंड पंप के जरिए निकालने का पहली बार पता चला है। इन हैंड पंपों की मदद से नीचे रखे शराब के ड्रमों से पाउच या पांच लीटर वाले कैनों में शराब को भरा जाता है। उसके बाद यह छोटे शराब के कैन दूसरे स्थानों पर भेजे जाते हैं।

अब छापामारी के बाद इस कारोबार से जुड़े आठ लोगों की पहचान हुई है। घटनास्थल पर किसी की गिरफ्तारी नहीं होने के बाद भी इससे जुड़े लोगों को गिरफ्तार करने के लिए जिला पुलिस सक्रिय है। पुलिस अधीक्षक के मुताबिक एक गांव से इतना शराब बरामद होने के बाद आशंका है कि इस गांव के अधिकांश लोग ही इस शराब बनाने के कारोबार से जुड़े हुए हैं।

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