बेंगलुरु। राहुल गांधी ने अपने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मीडिया को भी अच्छी तरह लपेटा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के ऐसे प्रेस कांफ्रेंस में तो बड़े मीडिया घराने के लिए अपने खास सवाल तैयार कर आते हैं। ऐसे लोगों को प्रधानमंत्री से इतने दिनों के शासन काल के बारे में पूछने से क्या परेशानी है।
साथ ही उन्होंने कहा कि मोदी ने तो इतने दिनों में एक बार भी प्रेस का सामना तक नहीं किया। उसके बाद भी कुछ खास लोग उनमें हर किस्म की खूबी और कांग्रेस में हर किस्म की खामी ही देख रहे हैं। वैसे उन्होंने साफ कर दिया कि भले ही कुछ लोग अपना एजेंडा चला रहे हैं लेकिन देश की जनता हर बात को अच्छी तरह समझ सकती है। अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान वह लगातार प्रेस से मिलते हुए आगे बढ़ रहे हैं।
आज के प्रेस कांफ्रेंस में उनसे कर्नाटक कांग्रेस की गुटबाजी से वह कैसे निपटेंगे, यह सवाल सबसे पहले पूछा गया था। इसी बात पर श्री गांधी ने कहा कि कांग्रेस एक लोकतांत्रिक दल है, इसे स्वीकार करने की जरूरत है क्योंकि यहां हर कोई दूसरे की राय को महत्व देता है। उन्होंने कहा कि पार्टी आंतरिक तौर पर एकजुट है और हर कोई इसके महत्व और आचार व्यवहार को जानता है।
इसलिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होने के बाद पूरे देश का संगठन और मजबूत होकर उभरेगा। उन्होंने कहा कि जिनलोगों (भाजपा) के पास अपनी उपलब्धि बताने को कुछ नहीं हैं, वे अब भी कांग्रेस की खामियों को लेकर परेशान हैं और मीडिया के चंद लोग भी इसी काम में जुटे हैं।
ऐसे लोग नरेंद्र मोदी से कोई सवाल पूछकर तो देखें। मीडिया के ऐसे लोगों को भी अच्छी तरह पता है कि ऐसा करने पर उनकी नौकरी नहीं रहेगी। यहां पर हर किसी को सवाल पूछने का अधिकार है, यही कांग्रेस के लोकतंत्र का परिचय है। इन बातों से भी समझ लेना होगा कि कांग्रेस एक फासिस्ट पार्टी नहीं है। यहां हर किसी को बोलने का अधिकार है। इसी वजह से लोगों को पार्टी के अंदर से अलग अलग राय सुनने को मिलती है, जिसे सत्ता में बैठे लोग गुटबाजी बताने पर आमादा है।