भुवनेश्वर। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं ओडिशा से पहली महिला सांसद जयंती पटनायक का यहां उनके आवास पर वृद्धावस्था संबंधी बीमारी के कारण बुधवार की रात निधन हो गया। वह 90 वर्ष की थीं। सुश्री पटनायक ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री जानकी बल्लव पटनायक की पत्नी थीं।
पारिवारिक सूत्रों ने कहा कि उनका अंतिम संस्कार गुरुवार को पुरी के स्वर्गद्वार में किया जाएगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, ओडिशा के राज्यपाल प्रो गणेशी लाल, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शरत पटनायक, पूर्व ओपीसीसी अध्यक्ष निरंजन पटनायक, ओडिशा मंत्रिपरिषद के सदस्य और कई कांग्रेस नेता भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयनात पांडा ने सुश्री पटनायक के निधन पर शोक व्यक्त किया।
सात अप्रैल 1932 को गंजम जिले के अस्का में जन्मी सुश्री पटनायक ने हरिहर विद्यापीठ, अस्का से मैट्रिक, सैलाबाला महिला कॉलेज कटक से स्रातक और टाटा इंस्टीट्यूट आफ सोशल साइंस, मुंबई से पोस्ट ग्रेजुएशन पूरा किया था। उनकी शादी 1953 में प्रख्यात राजनीतिक नेता जानकी बल्लव पटनायक से हुई थीं। वह 1981 में कटक लोकसभा क्षेत्र से पहली महिला सांसद निर्वाचित हुई थी।
वह 1984 में कटक से और 1998 में बरहामपुर लोकसभा क्षेत्र से फिर से चुनी गईं। वह 1996 में राज्यसभा के लिए चुनी गईं। सुश्री पटनायक राष्ट्रीय महिला आयोग की पहली अध्यक्ष थी और अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष बनने वाली पहली ओडिया महिला भी थीं।