तिरुवनन्तपुरम। दक्षिण अफ्रीका ने कभी भी भारत में टी20 शृंखला नहीं हारी है, लेकिन कंगारुओं को 2-1 से हराने के बाद रोहित के रणबांकुरे इस सिलसिले को समाप्त करना चाहेंगे।
भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा, लोकेश राहुल और विराट कोहली के बल्ले से निकले रन अगले महीने होने वाले विश्व कप से पहले बहुमूल्य हैं। सूर्यकुमार यादव ने भी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों में एक अर्द्धशतक से साथ 115 रन बनाये, और इन चारों बल्लेबाजों से यहां भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है।
अग्रणी आलराउंडर हार्दिक पांड्या को आराम देकर इस शृंखला के लिये दीपक हुड्डा को टीम में शामिल किया गया था, लेकिन उनकी पीठ में चोट लगने के कारण अंतत: शाहबाज अहमद को टीम में रखा गया है।
शाहबाज के खेलने पर हालांकि संशय बना हुआ है क्योंकि वह अगले महीने टी20 विश्व कप के लिये आस्ट्रेलिया जाने वाली टीम का हिस्सा नहीं हैं। विश्व कप टीम के अतिरिक्त खिलाड़यिों में शामिल मोहम्मद शमी कोरोना से न उभर पाने के कारण आस्ट्रेलिया के बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 से भी बाहर रह सकते हैं।
यदि ऐसा होता है उन्हें विश्व कप से पहले मैदान पर समय नहीं मिल सकेगा। जसप्रीत बुमराह और हर्षल पटेल हालांकि इस सीरीज में खेलेंगे और उन्हें टी20 विश्व कप से पहले मैदान पर पर्याप्त समय मिलेगा। चोट से लौटकर आये बुमराह और हर्षल का प्रदर्शन आस्ट्रेलिया के खिलाफ विस्मरणीय रहा था।
बुमराह ने दो मैच खेलकर छह ओवर में 72 रन दिये और एक विकेट झटका जबकि हर्षल ने तीन मैचों में आठ ओवर डालकर 99 रन देकर केवल एक विकेट झटका। दक्षिण अफ्रीका इससे पहले जून में भी टी20 शृंखला के लिये भारत आयी थी, जब पांच मैचों की सीरीज 2-2 पर समाप्त हुई।
दूसरी ओर, प्रोटियाज टीम की गेंदबाजी कागिसो रबाडा, आनरिक नॉर्खेया और तबरेज शम्सी की उपस्थिति में बेहद मजबूत है। पिछली सात पारियों में 223 रन बनाने वाले रीज हेंड्रिक्स और इतनी ही पारियों में 202 रन बनाने वाले हेनरिक क्लासेन के साथ दक्षिण अफ्रीका यह शृंखला कब्जाने की प्रबल दावेदार है।