लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के एक करोड़ घरों में अगले साल मार्च तक शुद्धपेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए अधिकारियों से कहा कि जल जीवन मिशन में लापरवाही और शिथिलता स्वीकार नहीं की जायेगी।
मुख्यमंत्री योगी ने ‘जल जीवन मिशन’ के अंतर्गत ‘हर घर नल योजना’ की समीक्षा करते हुए कहा कि इस काम में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी हुई तो कार्रवाई तय है।
उन्होंने कहा कि आगरा एवं अलीगढ़ मंडल में गंगा जल के साथ ही चंबल नदी के पानी की आपूर्ति करने पर भी विचार किया जाये।
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे इस मिशन में स्वयं रुचि लेकर काम कराएं। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से हुई इस बैठक में जिलाधकरियों से परियोजना की भौतिक प्रगति का विवरण भी जाना और नियमित समीक्षा के निर्देश दिए।
योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा हर देशवासी को शुद्ध पेयजल सुलभ कराने के उद्देश्य से 15 अगस्त 2019 को घोषित ‘जल जीवन मिशन’ से आज बुंदेलखंड-ंविध्य क्षेत्र की तस्वीर बदल रही है।
हर घर में शुद्ध पेयजल का सपना पूरा हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह ‘ईज आफ लिलिंग’ के संकल्प को पूरा करने वाली परियोजना है।
शुद्ध पेयजल बेहतर स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण आधार भी है, इस दृष्टि से भी जल जीवन मिशन का विशिष्ट महत्व है। उल्लेखनीय है कि ‘हर घर नल’ के संकल्प के साथ अब तक 46 लाख 72 हजार घरों में नल के कनेक्शन लगाये गये हैं।
इस काम में तेजी लाने की अपेक्षा व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि चालू वित्तीय वर्ष की समाप्ति तक एक करोड़ घरों में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति कराये जाने का लक्ष्य लेकर कार्य करें।