गुवाहाटी । जनता दल यूनाइटेड के 5 सदस्य भाजपा में शामिल हो गए हैं। मणिपुर विधानसभा अध्यक्ष ने जदयू के पांच विधायकों के मणिपुर विधानसभा में भाजपा विधायक दल में विलय को स्वीकार कर लिया।
प्रधानमंत्री पद की रेस में शामिल होने की सुर्खियों के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भाजपा ने मणिपुर में बड़ा झटका दिया है। मणिपुर में 5 जदयू विधायक भाजपा में शामिल हो गए हैं, जिससे मणिपुर में नीतीश कुमार की पार्टी जदयू को बड़ा झटका लगा है।
जदयू से भाजपा में जाने वाले 5 विधायकों में केएच जॉयकिशन, एन सनाटे, मोहम्मद अछबुद्दीन, पूर्व पुलिस महानिदेशक एएम खौटे और थंगजाम अरुण कुमार शामिल हैं।
आपको बता दें कि एएम खौटे और थंजाम अरुण कुमार ने विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के टिकट से चुनाव लड़ने की मांग की थी लेकिन टिकट नहीं मिलने पर दोनों जनता दल यूनाइटेड में शामिल हो गए थे।
मणिपुर विधानसभा सचिव के मेघजीत सिंह ने कहा कि स्पीकर ने संविधान की 10वीं अनुसूची के तहत जदयू के 5 विधायकों के भाजपा में विलय को स्वीकार कर लिया है।
मार्च में ही मणिपुर में विधानसभा चुनाव हुए थे और चुनावों के दौरान जदयू ने 38 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, जिसमें से उसने 6 सीटों पर जीत हासिल की थी। इन 6 विधायकों में से भी अब 5 विधायक भाजपा में शामिल हो गए हैं। अब मणिपुर में जदयू में सिर्फ 1 विधायक ही बचा है।
साल 2024 में होने वाले आम चुनाव को लेकर अभी से हलचल शुरू हो गए हैं और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राष्ट्रीय राजनीति में जाने की चर्चा चल रही है, ऐसे में भाजपा लगातार जदयू में सेंध लगाने से चूक नहीं रही है। बीते 9 दिनों में जदयू को दूसरी बार झटक लगा है। मणिपुर से पहले 25 अगस्त को अरुणाचल प्रदेश में भी जदयू के एकमात्र विधायक टेकी कासो ने भाजपा ज्वाइन कर ली थी। 2019 में हुए अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में जदयू ने 7 सीटें जीती थीं।चुनाव नतीजों में भाजपा के बाद जदयू राज्य की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी थी। विधानसभा चुनाव में भाजपा ने सबसे ज्यादा 41 सीटें जीती थीं. हालांकि बाद में जदयू के 6 विधायक भाजपा में शामिल हो गए। आपको बता दें कि नीतीश कुमार ने बीते माह बिहार भाजपा से रिश्ता तोड़ते हुए महागठबंधन से हाथ मिला लिया। महागठबंधन की नई सरकार में नीतीश कुमार एक बार फिर मुख्यमंत्री बने है और राजद नेता तेजस्वी यादव को डिप्टी सीएम बनाया गया है।मणिपुर में भाजपा में शामिल होने वाले विधायकों के नाम नगुरसंगलुर, एमएम खौटे, खुमुक्कम सिंह, अचब उद्दीन और थंगजाम अरुण कुमार हैं। विधानसभा स्पीकर ने सभी 5 विधायकों को भाजपा में शामिल होने की स्वीकृति दे दी है। दूसरी बार जदयू को दूसरा झटका लगा है। 25 अगस्त को जदयू विधायक टेको कासो ने भाजपा ज्वाइन की थी। अरुणाचल प्रदेश में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें भाजपा में शामिल किया था।
जेडीयू प्रवक्ता और पूर्व मंत्री नीरज कुमार का कहना है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराएंगे। मणिपुर में विधायकों का भाजपा में शामिल होने के बाद सियासी भूचाल खड़ा हो गया है। जेडीयू प्रमुख राजीव रंजन ललन सिंह ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि मणिपुर में जो कुछ भी हुआ वह भाजपा ने धनबल का इस्तेमाल करके हासिल किया हैं। 2023 तक जदयू एक राष्ट्रीय पार्टी बन जाएगी।
वहीं, नेता उपेंद्र कुशवाह ने कहा कि भाजपा लगातार हमारी पार्टी को बर्बाद करने की कोशिश कर रही है। एनडीए के साथ रहते हुए हमने इसे महसूस किया और आज यह साबित हो गया है। आज हम उनके खिलाफ हैं इसलिए उनके हमले बढ़ेंगे लेकिन हम उनका सामना करने के लिए तैयार हैं।