नयी दिल्ली। पूर्व मुख्यमंत्री और गढ़वाल लोकसभा के सांसद तीरथ सिंह रावत ने मानसून सत्र के दौरान कोटद्वार रेलवे स्टेशन के सौंदर्यीकरण, लंबे समय से स्थगित गढ़वाल में एक्सप्रेस और मसूरी एक्सप्रेस का संचालन शुरू करने के साथ ही व्यापक राष्ट्रीय हित में देश के महत्वपूर्ण शहरों से कोटद्वार के लिए नई रेल सेवाएं शुरू करने की मांग सदन के पटल में रखी।
गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने सदन पटल पर अपना विषय रखते हुए लोकसभा अध्यक्ष को अवगत कराया कि जिनके नाम पर अपने देश का नाम भारत रखा गया है ,ऐसे महान चक्रवर्ती सम्राट भरत की जन्मस्थली और महर्षि कण्व की तपस्थली कण्वाश्रम के इतिहास को खुद में समेटे ऐतिहासिक नगरी कोटद्वार का रेलवे स्टेशन न सिर्फ गढ़वाल रेजिमेंट सेंटर बल्कि अन्य देश की सीमाओं को भी देश के अन्य भागों से जोड़ता है।
कोटद्वार रेलवे स्टेशन पौड़ी जनपद की 6 विधानसभाओं और सामरिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण चमोली और रुद्रप्रयाग जनपद को भी देश के अन्य भागों से जोड़ता है । बावजूद इसके कोरोना काल के पूर्व से संचालित मसूरी एक्सप्रेस और गढ़वाल एक्सप्रेस का संचालन अभी तक भी स्थगित है जबकि देशभर में ऐसी अन्य रेल सेवाओं का संचालन पुनः कर दिया गया है जिन्हें कोरोना काल में अस्थाई रूप से स्थगित कर दिया गया था।
उन्होंने सदन को लिखित रूप से अवगत कराते हुए बताया कि कोटद्वार से सिद्धबलि जनशताब्दी एक्सप्रेस के रूप में नई रेल सेवा प्रारंभ की गई थी लेकिन इसके संचालन का समय भी जनभावनाओं और जन सामान्य की आवश्यकताओं के विपरीत है, व्यापक जनहित और रेलवे के हित में अविलंब श्री सिद्धबली एक्सप्रेस का समय जन भावनाओं के अनुरूप किया जाना चाहिए।
सांसद तीरथ सिंह रावत ने यह भी बताया कि पूर्व में कोटद्वार से दिल्ली तक संचालित होने वाली मसूरी एक्सप्रेस में दो कोच लखनऊ होते हुए हावड़ा के भी लगते थे जिसका उपयोग बहुतायत में सैनिकों के साथ आमजन भी करते थे किंतु यह भी बंद कर दिया गया है।
उन्होंने सदन के माध्यम से रेल मंत्री से आग्रहपूर्ण मांग करते हुए कहा कि देश के सामरिक एवं व्यापक जनहित में अविलंब गढ़वाल एक्सप्रेस और मसूरी एक्सप्रेस का संचालन बहाल, सिद्धबली एक्सप्रेस का समय परिवर्तित एवं कोटद्वार रेलवे स्टेशन का सौंदर्यीकरण किया जाए।