नयी दिल्ली। गढ़वाल सांसद तथा पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड तीरथ सिंह रावत ने मंगलवार को लोकसभा में रक्तदान करने वाले लोगों को पूरे देश मे एक यूनिक कार्ड प्रदान करने के संबंध में नियम 377 के तहत मांग की।
उन्होंने कहा कि मानव शरीर के लिए खून का बहुत महत्व है, इसकी किसी भी कारण से होने वाली कमी से हमारे जीवन के लिए खतरा पैदा हो जाता है।
प्रत्येक हॉस्पिटल में इसकी निरंतर मांग होती है , विशेष कर कर ट्रॉमा सेंटर, आपरेशन थियेटर, और डायलसिस में जब भी किसी रोगी को इसकी आवश्यकता होती है तो हॉस्पिटल की ओर से इसकी मांग होती है ।
रोगी के परिजन ब्लड डोनेशन करते हैं या किसी अन्य से ब्लड देने को मनाते हैं, देश मे ऐसे कई लोग हैं जो अपनी स्वेच्छा से या कैम्पों के माध्यम से ब्लड डोनेशन करते हैं, उनको ब्लड डोनेशन का कार्ड दिया जाता है लेकिन जब वे ब्लड डोनर के रूप में अपने इस कार्ड को आवश्यकता पड़ने पर उपयोग करना चाहते हैं तो अनेक हॉस्पिटल यह कह कर उन्हें स्वीकार नहीं करते कि यह कार्ड हमारे हॉस्पिटल का नहीं है।
जिस कारण ब्लड डोनरों को निराशा होती है एवं अपने परिजनों को ब्लड के लिए भटकना पड़ता है। उन्होंने कहा कि ऐसे में पूरे देश के ब्लड डोनरों को सरकार द्वारा एक यूनिक कार्ड जारी करना चाहिए एवं ब्लड डोनरों को एवं उनके परिजनों को ब्लड की आवश्यकता पड़ने पर पूरे देश मे किसी भी हॉस्पिटल में मान्य एवं स्वीकार हो और इसको लागू करने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सख्त नियम बनाये जाएं।