रुद्रप्रयाग। विश्व विख्यात केदारनाथ धाम की दो माह की यात्रा में जहां 103 तीर्थ यात्रियों की मौत हार्ट अटैक, ठंड और अन्य शारीरिक बीमारियों से हुई है। वहीं 4 तीर्थ यात्रियों की मौत पहाड़ से पत्थर गिरने के कारण हुई है।
दो माह की यात्रा में 107 लोगों की मौत हो चुकी है, जो कि एक रिकॉर्ड है। अभी चार माह की यात्रा और चलनी है। ऐसे में मौतों का आंकड़ा बढऩा चिंता का विषय बना हुआ है।
बता दें कि केदारनाथ धाम के कपाट खुले हुए दो माह का समय पूरा हो चुका है और अभी तक साढ़े आठ लाख से अधिक भक्त बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं, लेकिन इस बार केदारनाथ आने वाले भक्तों की मात्र दो माह में रिकॉर्ड मौते हुई हैं।
दो माह में जहां केदारनाथ धाम और पैदल यात्रा मार्ग पर 103 तीर्थ यात्रियों की मौत हार्ट अटैक, ठंड अन्य शारीरिक बीमारियों से हुई हैं। वहीं 4 लोगों की मौत पहाड़ी से पत्थर गिरने व पहाड़ी से नीचे गिरने के कारण हुई हैं।
धाम आने वाले यात्रियों की मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ने से स्थिति बेहद ही चिंताजनक बनी है। जितने अधिक श्रद्धालु यात्रा पर आ रहे हैं, उतनी ही अधिक मौतें भी हो रही हैं।
केदारनाथ यात्रा के कुछ वर्षों की बात करें तो 2017 में 04, 2018 में 52, 2019 में 52, 2020 में 4 और 2021 में 6 मौतें पूरे छह माह के यात्रा सीजन के दौरान हुई हैं, लेकिन इस बार की यात्रा में मात्र दो माह के यात्रा सीजन में 13 मौतें शारीरिक रूप से तो 4 मौते आपदा से हुई हैं। जो कि बेहद ही चिंता का विषय है।
अभी केदारनाथ धाम की यात्रा चार माह तक और चलेगी। इस बीच दो माह बारिश और आपदा के हैं। ऐसे में आगे की स्थिति और भी चिंताजनक होगी।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नन्दन सिंह रजवार ने बताया कि केदारनाथ यात्रा में अब तक 107 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है।
इनमें 103 यात्रियों की मौत शारीरिक बीमारियों से तो 4 मौतें आपदा से हई हैं। उन्होंने कहा कि केदारनाथ यात्रा मार्ग पर पुलिस, डीडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की टीमें तैनात हैं, जो तीर्थयात्रियों के चोटिल व घायल होने पर त्वरित राहत बचाव का कार्य कर रहे हैं।