नयी दिल्ली। पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस प्रवक्ता अलका लंबा ने कहा कि देश में सांप्रदायिकता बढ़ रही है। वर्ष 2020 में देश में सांप्रदायिक हिंसा की 857 घटनाएं हुईं जो 2019 की तुलना में 96 प्रतिशत ज्यादा थी।
दिल्ली में 2020 में सांप्रदायिक दंगों की 520 घटनाएं हुईं, लेकिन मोदी ने चुप्पी साध रखी है जबकि विपक्ष के 13 दलों ने उन्हें शांति की अपील करने का आग्रह भी किया था। उन्होंने कहा कि श्री मोदी की चुप्पी से लगता है कि वह देश को बाँटने वाली शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं।
भाजपा असली मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए टकराव और झगड़ों को बढ़ावा देती है जिससे देश को दोहरा नुकसान होता है। विश्व स्तर पर इससे देश की छवि बिगड़ती है, नया निवेश नहीं आता, नए उद्योग नहीं लगते, नया व्यापार नहीं आता और बेरोजगारी बढ़ती है।
सुश्री लंबा ने कहा कि आज देश में भय का माहौल है। व्यापारी डर के माहौल में हैं और इसका सीधा दुष्प्रभाव उद्योग और विकास पर भी पड़ रहा है। एक ताज़ा वैश्विक रिपोर्ट के मुताबिक देश के आठ हजार अति धनाड्य लोग अगले एक वर्ष के दौरान भारत छोड़ देना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा देश को जिन्ना के रास्ते पर धकेल रही है और धर्म के आधार पर बांटने की कोशिश कर रही है। देश को गांधी, नेहरू और पटेल के तरक्की और भाईचारे की राह पर ले जाने की ज़रूरत है।
राजस्थान में बर्बर हत्या का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तुरंत सर्वदलीय बैठक बुलाकर सभी पार्टियों के नेताओं से बातचीत की। श्री मोदी को भी उनसे सीख लेनी चाहिए।
प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस हमेशा राष्ट्रहित को सर्वोपरि मानती है और लगातार भाजपा की नफरत की राजनीति के खिलाफ संघर्ष कर रही है। दो अक्टूबर से कांग्रेस पार्टी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुरू कर रही है और पार्टी को भरोसा है कि इस यात्रा से देश में व्याप्त नफरत और भय का माहौल खत्म होगा।