भूगोल में हो रहा नई तकनीकों का प्रयोग

पोखरी। उच्च शिक्षा निदेशक प्रो संदीप कुमार ने कहा कि भूगोल के अध्ययन में हमेशा नई तकनीकों का प्रयोग हो रहा है। इससे भूगोल विषय को समझने में मदद मिलेगी।
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नागनाथ-पोखरी में भूगोल विभाग द्वारा जियोइंफॉर्मेटिक्स टेक्नोलॉजी एप्लीकेशन एंड करियर ऑपरच्यूनिटी पर आयोजित बेबिनार में बतौर मुख्य अतिथि प्रो शर्मा ने कहा कि भूगोल एक जटिल विषय है।

भूगोल के अध्ययन में नित्य नई तकनीकों का प्रयोग हो रहा है। इसके माध्यम से छात्र-छात्राओं को भूगोल विषय को समझने में आसानी होगी। कहा कि भूगोल के जरिए छात्रों के करियर को बढ़ावा मिल सकता है।

प्राचार्य डॉ महेंद्र सिंह चौहान ने वेबिनार में मौजूद छात्र छात्राओं को भूगोल विषय की नई तकनीक के बारे में समझाते हुए कहा कि भूगोल एक ऐसा विषय है जिसके माध्यम से प्रकृति की गहराइयों को बेहतरीन ढंग से समझा जा सकता है।

बेबिनार के आयोजक सचिव डा रेनु सनवाल ने कहा कि भूगोल विषय का व्यापक क्षेत्र है। विषय की जटिलता के चलते नई तकनीक के माध्यम से भूगोल की व्यापकता को आसानी से समझा जा सकता है।

वेबिनार के मुख्य वक्ता नाइट फाउंडेशन नई दिल्ली के सौरभ कुमार ने जिओ इनफॉर्मेटिक टेक्नोलॉजी, जीआईएस फोटोग्रामेट्री, रिमोट सेंसिंग तथा ड्रोन टेक्नोलॉजी पर विस्तार से रोशनी डाली।

कहा कि नवीन तकनीक का हमारे जीवन में विशेष महत्व है। इसलिए लोगों को नई तकनीक पर जोर देना चाहिए। इस दौरान डा अंजलि रावत, डा उपेंद्र चौहान, डा प्रेम सिंह राणा समेत महाविद्यालय के प्राध्यापक मौजूद रहे।

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