देहरादून । उत्तराखंड के हिमालय की पर्वत श्रंखलाओं पर स्थित भगवान शिव के पांचवें ज्योतिर्लिंग केदारनाथ धाम के कपाट खुल गये। सबसे पहला रुद्राभिषेक प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई दामोदर दास मोदी की ओर से किया गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सपत्नीक पूजन-अर्चन की। लगभग नौ क्विंल पुष्पों से सुसज्जित धाम के कपाट खुलने के विहंगम दृश्य का दस हजार से अधिक श्रद्धालु साक्षी बने।
वृष लग्न में प्रात: 6 बजकर 25 मिनट पर मन्दिर के कपाट खुल गये। प्रात साढ़े चार बजे से ही श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति ने कपाटोद्घाटन की तैयारी शुरू कर दी थी।
मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय सहित धाम के रावल भीमाशंकर लिंग, केदारनाथ धाम के पुजारी टी गंगाधर लिंग, आयुक्त गढवाल सुशील कुमार, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित सहित मंदिर समिति मुख्य कार्याधिकारी बी.डी. सिंह, वेदपाठी आचार्यगणों ने मंदिर के पूरब द्वार से मंदिर के सभामंडप में प्रवेश किया।
पांच बजे से मंदिर के गर्भगृह के द्वार का पूजन शुरू हुआ। श्री केदारनाथ धाम के रक्षक क्षेत्रपाल श्री भकुंट भैरव के आव्हान के साथ ठीक प्रात:6 बजकर 25 मिनट पर श्री केदारनाथ धाम के मुख्य द्वार के कपाट खोल दिये गये। कपाट खुलते ही श्री केदारनाथ भगवान के स्वयंभू शिवलिंग को समाधि रूप से जागृत किया।
कुछ ही पल बाद बाबा के निर्वाण दर्शन हुए। कुछ अंतराल में बाबा के श्रृंगार दर्शन शुरू हुए तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम से पहला रूद्राभिषेक किया गया। इस अवसर पर मंदिर को विभिन्न प्रकार के फूलों से सजाया गया तथा समस्त केदारनाथ धाम में मराठा रेजीमेन्ट के बैंड की भक्तिमय धुनों से वातावरण गुंजायमान हो रहा था। दानदाताओं ने भंडारे आयोजित किये।
हेली सेवा एवं पैदल मार्ग से श्रद्धालुओं का आने का सिलसिला जारी है। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित पर्यटन धर्मस्व संस्कति मंत्री सतपाल महाराज ने श्री केदार नाथ धाम के कपाट खुलने के अवसर पर देश-विदेश के तीर्थयात्रियों को शुभकामनाएं दी।
उन्होंने कहा कि श्री केदारनाथ भगवान की कृपा जनमानस पर बनी रहे। उल्लेखनीय है कि कपाट खुलने की प्रक्रिया के अंतर्गत श्री केदारनाथ भगवान की पंचमुखी डोली दो मई को शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से पैदल मार्ग से चलकर गुप्तकाशी,फाटा, गौरीकुंड होते हुए पांच मई शाम को श्री केदारनाथ धाम पहुंची थी।
आज प्रात: धाम के कपाट यात्राकाल ग्रीष्मकाल छह माह के लिए खुल गये। अब शनिवार को भैरवनाथ जी की पूजा के पश्चात भगवान केदारनाथ जी की आरती शुरू हो जायेगी। श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के अवसर पर श्री केदारनाथ मंदिर परिसर भक्तिमय भजनों से गुंजायमान हो रहा था।