कोलकाता । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य सरकार ने उन सभी छठे वर्ष के छात्रों को सरकारी मेडिकल कॉलेजों में इंटर्नशिप की पेशकश की है, जिन्हें रूसी आक्रमण के बाद यूक्रेन में अपना मेडिकल पढ़ाई का कोर्स बीच में ही छोड़ना पड़ा था।
सुश्री बनर्जी ने यहां राज्य सचिवालय नबन्ना में संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने यूक्रेन से वापस आए छात्रों की मदद के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। उन्होंने कहा,‘‘हम उनकी (छात्रों) की मदद करने की कोशिश कर रहे हैं। हमने यूक्रेन से लौटे उन सभी छात्रों के लिए इंतजाम की है, जो युद्ध के बीच देश वापस आए हैं ताकि वे यहां के कॉलेजों में पढ़ सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के कुल 412 छात्र मेडिकल के हैं, जिनमें से 23 छात्र छठे वर्ष में हैं, जिन्हें इंटर्नशिप की जरुरत है। इससे पहले सुश्री बनर्जी ने खुदीराम अनुशीलन केंद्र में यूक्रेन से लौटने वाले छात्रों से मुलाकात की थी। मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘हम चाहते हैं कि मेडिकल काउंसिल अनुमति दे। मैंने इतना लंबा इंतजार किया है। केंद्र का कहना है कि वे कुछ नहीं करेंगे।
हम इतने गैर जिम्मेदार नहीं हो सकते हैं, इसलिए हमने यह व्यवस्था की है।’’ उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने यूक्रेन से वापस आये छह इंजीनियंरिंग छात्रों के लिए प्रदेश के निजी कॉलेजों में पढ़ाई की व्यवस्था की है। उनमें से दो छात्र पहले अपनी पढ़ाई शुरु कर चुके हैं, जबकि चार अन्य अभी प्रक्रिया में हैं।