पंचायती राज दिवस : मोदी ने जम्मू कश्मीर से देश भर की ग्राम सभाओं को किया संबोधित, 20,000 करोड़ की विकास योजनाओं का उद्घाटन भी
नयी दिल्ली । पंचायती राज दिवस के अवसर पर पल्ली पंचायत से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश भर की ग्राम सभाओं को संबोधित किया। साथ ही 20,000 करोड़ रुपये की लागत वाली विकास योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद पहली बार केंद्र शासित प्रदेश पहुंचे थे पीएम मोदी।
प्रधानमंत्री ने जम्मू कश्मीर के अपने दौरे पर बुनियादी सुविधाओं को सुलभ बनाने, आवागमन में आसानी और इस क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास को सुनिश्चित करने के लिए कई योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया।
मोदी ने 3100 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनी बनिहाल काजीगुंड सड़क सुरंग का उद्घाटन किया। कुल 8.45 किलोमीटर लंबी यह सुरंग सड़क मार्ग से बनिहाल और काजीगुंड के बीच की दूरी को 16 किलोमीटर तक कम कर देगी और यात्रा में लगने वाले समय में लगभग डेढ़ घंटे की कमी ला देगी।
इस सुरंग में रखरखाव और आपातकालीन निकासी के उद्देश्य से बनाए गए दोहरे ट्यूबों को हर 500 मीटर की दूरी पर एक क्रॉस मार्ग के जरिए आपस में जोड़ा जा गया है। श्री मोदी ने 7500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनने वाले दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस-वे के तीन रोड पैकेजों की आधारशिला रखी।
दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्प्रेस-वे पर 4/6 लेन वाली सड़कों का निर्माण राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर बलसुआ से गुरहा बैलदारन, हीरानगर तक; गुरहा बैलदारन, हीरानगर से जाख, विजयपुर तक; और जाख, विजयपुर से कुंजवानी, जम्मू तक (जम्मू हवाई अड्डे तक कनेक्टिविटी के साथ) नियंत्रित पहुंच प्रदान करने के उद्देश्य से किया जाएगा।
उन्होंने रतले और क्वार पनबिजली परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी। इन परियोजनाओं के तहत किश्तवाड़ जिले में चिनाब नदी पर लगभग 5300 करोड़ रुपये की लागत से 850 मेगावाट की रतले पनबिजली परियोजना का निर्माण किया जाएगा।
पांच सौ 40 मेगावाट की क्वार पनबिजली परियोजना का निर्माण भी किश्तवाड़ जिले में चिनाब नदी पर 4500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया जाएगा। इन दोनों पनबिजली परियोजनाओं से इस क्षेत्र की बिजली संबंधी जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी।
मोदी ने जम्मू- कश्मीर में जन औषधि केन्द्रों के नेटवर्क का और विस्तार करने तथा सस्ती कीमतों पर अच्छी गुणवत्ता वाली जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 100 जन औषधि केन्द्र राष्ट्र को समर्पित किये। ये केन्द्र इस केन्द्र शासित प्रदेश के सुदूरवर्ती इलाकों में स्थित हैं। प्रधानमंत्री ने पल्ली में 500 किलोवाट के एक सौर ऊर्जा संयंत्र का भी उद्घाटन किया।
इस सौर संयंत्र के साथ पल्ली देश की पहली कार्बन न्यूट्रल पंचायत बन गयी। मोदी ने स्वामित्व योजना के लाभार्थियों को प्रधानमंत्री स्वामित्व कार्ड सौंपा। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए पुरस्कार पाने वाली पंचायतों को पुरस्कार राशि भी हस्तांतरित की।
मोदी ने इस इलाके की ग्रामीण विरासत को दर्शाने वाली इनताच फोटो गैलरी, और भारत में आदर्श स्मार्ट गांव के निर्माण के लिए डिजाइन किये गये ग्रामीण उद्यमिता-आधारित मॉडल नोकिया स्मार्टपुर का भी दौरा किया।
पंचायतें बनेगी भारत के विकास का सशक्त माध्यम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि पंचायती राज व्यवस्था भारत को विकास की नयी ऊंचाइयों पर ले जाने का सशक्त माध्यम बन सकती है। मोदी ने पंचायतों के संसाधनों के वाणिज्यिक प्रयोग कचरे से कंचन तथा बायो सीएनजी जैसी पहल के माध्यम से आय के नए स्त्रोत निकालने और पंचायत स्तर पर जल प्रबंधन में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने का आह्वान करते हुए कहा कि पंचायत हो या संसद इनमें से कोई भी काम किसी से छोटा नहीं है और हर स्तर पर काम कर रहा व्यक्ति देश के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान कर सकता है।
उन्होंने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 के हटने के बाद पहली बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराए जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस का जम्मू-कश्मीर के एक गांव में आयोजन बड़े परिवर्तन का संकेत है।
कार्यक्रम में आए लोगों के लिए हर घर से आई रोटियां
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के लिए महिलाओं ने विशेष रुप से तैयारी की और मेहमानों के लिए हर घर से 20-20 रोटियां पहुंचाई गईं। मोदी ने कार्यक्रम से इतर पंचायतों के प्रतिनिधियों के साथ खुलकर बातचीत की। पंचायत के सदस्यों ने प्रधानमंत्री को बताया कि इस कार्यक्रम के लिए क्षेत्र की महिलाओं ने काफी तैयारी की और मेहमानों के स्वागत के लिए हर घर से कम से कम 20 रोटी पहुंचाई गईं।
पाली गांव की पंचायत के प्रतिनिधियों ने गांव में सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया। मोदी ने इस दौरान खेती के लिए सौर पंप और घरों में एलईडी बल्ब तथा सौर कुकर के इस्तेमाल पर भी बातचीत की। प्रधानमंत्री ने प्राकृतिक खेती के फायदे का भी उल्लेख किया।
उन्होंने गांव के स्थापना दिवस को मनाने के महत्व का उल्लेख करते हुए कहा कि सभी लोगों को एक जगह एकत्र होकर हर वर्ष इस समारोह को मनाना चाहिए और इस बारे में निर्णय लेना चाहिए कि अगले वर्ष गांव के लिए क्या-क्या कार्य किए जाने चाहिए।