टनकपुर। तेज हवा और अंधड़ के बीच रेलवे स्टेशन मार्ग पर गिरे भारी भरकम पाकड़ के पेड़ ने अचानक दो जिंदगियां लील ली। इस हृदय विदारक घटना में बरेली के 17 वर्षीय मोहित कश्यप और न्यूरिया (उ.प्र.)के मो. उमर की दर्दनाक मौत हो गई।
चौबीस घंटा गुजरने के बाद भी दुर्घटना की जिम्मेदारी अभी तय नही हो सकी है। इससे स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है।
गौरतलब है कि इस वर्ष अब तक सड़क दुर्घटनाओं में इससे पूर्व सात जाने जा चुकी हैं। पिछले वर्ष अप्रैल में ही मार्ग में कुछ इसी प्रकार एक पेड़ धराशायी हुआ था जिसमें तीन लोगों की जिन्दगी छीन ली थी। अप्रैल में हुई घटना में एक दम्पत्ति गर्मी से बचाव को अपनी पोती के साथ पेड़ की छांव में लेटा था।
वर्ष 2१८ के दौरान शहर स्थित पार्क में पेेेड़ से दबकर एक की मौत हो गई थी। बावजूद इसके कोई भी विभाग न तो इन दुर्घटनाओं की जिम्मेदारी ले रहा है और न ही दुर्घटनाओं से बचाव को समुचित कार्यवाही अमल में लाई जा रही है जिससे लोगों में खासा रोष है।
अब लोग कहने लगे हैं कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन को ठोस कदम उठाने चाहिए।
रेलवे मार्ग पर खतरों को दावत दे रहे दर्जनों पुराने पेड़
शहर भर में अनेक क्षेत्रों में उमर पूरी कर चुके अनेक पेड़ इस तरह की दुर्घटना को दावत दे रहे हैं। रेलवे स्टेशन मार्ग पर ही आज भी वर्षो पुराने अनेक पेड़ खतरे का सबब बने हुए हैं। यहां गौर करने लायक है कि इन पेड़ा की जड़ों में अनेक लोग अपने झाले बनाकर रह रहे हैं।स्थानीय प्रशासन व वन विभाग द्वारा इन खतरनाक पेड़ों को काटने हेतु कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
बाक पीएम के बाद मृतकों के शव परिजनों को सौंपे
बृहस्पतिवार को पेड़ के नीचे दबने से दोनों मृतकों के शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं। बृहस्पतिवार को तेज अंधड़ में रेलवे मार्ग पर श्रम विभाग कार्यालय के निकट पाकड़ का पेड$ गिर गया था। इस हादसे में पूर्णागिरि दर्शनों से लौटा एक श्रद्धालु सहित दो लोगों की मौत व छह लोग घायल हो गए थे। मृतकों में मोहित कश्यप पुत्र वेदप्रकाश निवासी संजय नगर बरेली व मोहम्मद उमर (60) पुत्र छिद्दा निवासी न्यूरिया जिला पीलीभीत शामिल थे।