मंत्री चंदन राम का दावा, सौ दिन के बाद रोडवेज और समाज कल्याण का काया कल्प तय
तीन सौ करोड़ हो गया है रोडवेज का घाटा, घाटे से उबारने की पहली चुनौती
- इस बार एतिहासिक होगी चारधाम यात्रा, एक करोड़ के आने की उम्मीद
हल्द्वानी । मंत्री चंदन राम दास ने दावा किया है कि उनके अधीन विभागों का कायाकल्प करने के लिए अधिकारियों को सौ दिन का समय दिया गया है। रोडमैप मिलते ही इस पर काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि समाज कल्याण के पेंशन योजना का लाभ पात्रों को देने के लिए ब्लाक स्तर पर शिविर लगाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि रोडवेज को घाटे से उबारने के लिए हर स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अभी तक रोडवेज का घाटा तीन सौ करोड़ पार कर गया है। कर्मचारियों को पगार और रिटायर्ड लोगों को पेंशन देने के लिए भी पैसा नहीं है। उन्होंने कहा कि इस बार चारधाम की यात्रा ऐतिहासिक होगी और निष्कंटक संचालन किया जाएगा। करीब एक करोड़ यात्रियों के आने के संकेत हैं।
यह दावा चंदन राम दास से शुक्रवार को यहां सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता में दिया। मंत्री बनने के बाद दास की यह पहली पत्रकार वार्ता है। उन्होंने कहा कि उनके पास समाज कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, छात्र कल्याण, परिवहन, लघु एवं सूक्ष्म मध्यम उद्योम, खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग हैं। सभी विभाग महत्वपूर्ण हैं।
उन्होंने कहा कि गांव गांव कुटीर उद्योगों का जाल विछाने के लिए काम करने की रणनीति बनायी जा रही है। इससे पलायन पर अंकुश लगेगा। उन्होंने कहा कि दून में उनके अधीन विभागों के सभी अधिकारियों को रोडमैप बनाने के लिए सौ दिन दिए गए हैं।
उन्होंने एक सवाल के उत्तर मे कहा कि सीएम पुष्कर सिंह धामी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के बीच रोडवेज की संपत्तियों के बंटवारे का काम सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। अभी तक करीब दो सौ करोड़ रुपये यूपी से मिल गए हैं।
उन्होंने कहा कि वे रोडवेज को आत्मनिर्भर बनाने का काम करेंगे। इसके लिए जरुरत पडऩे पर बस बेड़े में और बसों को जोड़ा जाएगा। डग्गामार वाहनों के खिलाफ सख्ती से काम करने को कहा गया है। नए बस रूटों और यात्रियों के खाने पीने के लिए आदि पर भी विचार कि या जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बसों इस बार चारधाम यात्रा को और सुगम बनाने के लिए बस बेड़े में इजाफा किया जाएगा। 18 अप्रैल को सभी निजी ऑपरेटरों और परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ ऋषिकेश और दून में बैठक तय की गई हैं।
टूर आपरेटर्स की समस्या का भी समाधान किया जाएगा। पहाड़ो में कुटीर और लघु उद्योग लगाकर पलायन पर विराम देने का काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कहीं तरह से कायाकल्प करने का विचार है। उन्होंने एक सवाल के उत्तर में कहा गया कि गरीब दंपत्ति को पेंशन का लाभ देने के लिए उन्होंने सीएम का आभार जताया है।
पेंशन भी बढ़ा दी गई है। इससे जुड़े शासनादेश में किसी तरह की त्रुटि को ठीक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पात्र को पेंशन देने के लिए ब्लाक स्तर पर शिविर लगाए जाएंगे।