देहरादून। इस बार विधानसभा चुनाव की मतगणना के नतीजों पर इस तरह से भी लोगों की नजर रहेगी कि इस बार चुनाव मैदान में जो सियासी परिवार हैं उनका क्या होता है। क्या सूबे में इन सियासी परिवारों का वजूद बना रहता है या फिर प्रदेश की जनता इस परिवार वाद को नकार देती है।
इस बार कांग्रेस में पूर्व सीएम हरीश रावत लालकुआं से उनकी पुत्री अनुपमा रावत हरिद्वार ग्रामीण से, पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य बाजपुर से उनके पुत्र संजीव आर्य नैनीताव से, स्व इंदिरा हृदयेश के पुत्र सुमित हृदयेश अपनी मां की सीट हल्द्वानी से , पूर्व सासंद केसी बाबा के पुत्र नरेंद्र चंद्र सिंह काशीपुर से टिकट दिया है।
भाजपा में भी राजनीतिक परिवार वाल वाले मैदान में है। मसलन काशीपुर विधायक हरभजन सिंह के पुत्र त्रिलोक सिंह चीमा, स्व. हरबंस कपूर की पत्नी सविता कपूर कैंट से, स्व. सुरेंद्र सिंह जीना के भाई महेश जीना सल्ट से , स्व प्रकाश पंत की पत्नी चंद्रा पंत पिथौरागढ़ से मैदान में हैं।
इसके अलावा जनएकटा पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व कैबिनेट मंत्री दिनेश धनै टिहरी विधानसभा क्षेत्र से और उनके पुत्र कनक धनै ऋषिकेश से किस्मत आजमा रहे हैं। देखना यह है कि किस सियासी परिवार की सियासत खत्म होती है और किसकी आगे बढ़ती है या स्थापित होती है।