ऊखीमठ। केदारनाथ धाम में 5 फीट से अधिक बर्फ जमी है। केदारनाथ मंदिर के आगे विराजमान नंदी की मूर्ति भी पूरी तरह बर्फ से ढक चुकी है। मंदिर समिति के लोगों ने नंदी की मूर्ति से बर्फ साफ की और फिर नंदी की मूर्ति को नए कपड़े पहनाए। बर्फबारी के चलते केदारनाथ में इन दिनों कोई नहीं है।
कुछ साधु संत मंदिर के निकटवर्ती क्षेत्र में रह रहे हैं। वहीं चोपता-दुगलबिट्टा में बर्फबारी का आनंद उठाने के लिए सैलानी पहुंच रहे हैं तो निचले क्षेत्रों में बारिश होने से लोग घरों में दुबक गये हैं।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी सटीक साबित होने के बाद बृहस्पतिवार सुबह से ऊंचाई वाले इलाकों में जमकर बर्फबारी शुरू हो गई। केदारघाटी के ऊंचाई वाले इलाकों सहित सीमांत क्षेत्र बर्फबारी से लकदक होने व निचले क्षेत्रों में झमाझम बारिश होने के तापमान में भारी गिरावट महसूस होने लगी है।
निचले क्षेत्रों में हो रही बारिश काश्तकारों की फसलों के लिए शुभ मानी जा रही है, मगर लगातार बारिश होने से जनजीवन खासा प्रभावित हो गया है। आने वाले दिनों में यदि मौसम विभाग का पूर्वानुमान सच साबित हुआ तो निचले क्षेत्रों में भी जमकर बर्फबारी हो सकती है।
सीमांत इलाकों में जमकर बर्फबारी होने से पशुपालकों के सामने चारापत्ती का संकट बना हुआ है। केदारनाथ धाम में अब तक पांच फीट से अधिक बर्फ जमी है। केदारनाथ मंदिर के आगे विराजमान नंदी की मूर्ति भी पूरी तरह से बर्फ से ढक चुकी है। भारी बर्फबारी के चलते केदारनाथ में पुनर्निर्माण ठप पड़ा है, जिस कारण मजदूर भी वापस लौट आये हैं।
धाम में कुछ साधु संत मंदिर के निकटवर्ती क्षेत्र में रह रहे हैं। वहीं सीमान्त क्षेत्रों में जमकर बर्फबारी होने से कई मोटरमार्ग बर्फबारी के कारण यातायात बाधित हो गये हैं। केदारघाटी के केदारनाथ, मदमहेश्वर, तुंगनाथ, पवालीकांठा, मनणामाई धाम, पाण्डव सेरा, नन्दीकुण्ड, चोपता, मोहनखाल, कार्तिक स्वामी, घिमतोली, तोषी, चौमासी, गौडार सहित हिमालयी भू-भाग तथा सीमान्त क्षेत्र बर्फबारी से लकदक हो जाने से तापमान में भारी गिरावट महसूस होने से ग्रामीण घरों में कैद रहने के लिए विवश हो गये हैं। सीमान्त इलाकों में जमकर बर्फबारी होने से कुण्ड-चोपता-गोपेश्वर मोटर मार्ग पर दुगलबिट्टा-चोपता के मध्य तथा रुद्रप्रयाग-पोखरी मोटर मार्ग पर कनकचौंरी-मोहनखाल के मध्य यातायात बाधित हो गया है।
निचले क्षेत्रों में झमाझम बारिश होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इधर, मिनी स्विट्जरलैंड चोपता-दुगलबिट्टा में जमकर बर्फबारी हो रही है, जिस आनंद उठाने के लिए सैलानी पहुंच रहे हैं। मदमहेश्वर घाटी विकास मंच अध्यक्ष मदन भटट ने बताया कि सिद्धपीठ कालीशिला का भू-भाग बर्फबारी से लकदक हो गया है।
तल्लानागपुर घिमतोली निवासी चन्दन सिंह नेगी ने बताया कि घिमतोली क्षेत्र में मौसम की दूसरी बर्फबारी होने तापमान में भारी गिरावट महसूस की जा रही है तथा ग्रामीण घरों में कैद रहने के लिए विवश हो गये हैं।
ऊखीमठ व्यापार संघ पूर्व अध्यक्ष आनन्द सिंह रावत ने बताया कि निचले क्षेत्रों में झमाझम बारिश होने से मुख्य बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है तथा व्यापार पर खासा असर देखने को मिल रहा है।