रांची।अरबों रुपये के बहुचर्चित चारा घोटाले में डोरंडा कोषागार से करीब 139.5 करोड़ रुपये अवैध निकासी से जुड़े मामले में रांची स्थित सीबीआई की विशेष अदालत में सुनवाई पूरी हो गयी है।
सीबीआई के विशेष न्यायाधीश एसके शशि की अदालत में आखिरी आरोपी डॉ. शैलेश कुमार द्वारा शनिवार को फाइनल बहस पूरी कर ली गयी।
लालू प्रसाद के अधिवक्ता प्रभात कुमार ने बताया कि बताया कि मामले में सुनवाई पूरी होने पर अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। अब 15 फरवरी को फैसला सुनाया जाएगा।
चारा घोटाले के इस सबसे बड़े मामले में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद समेत 102 आरोपियों की मुश्किलें बढ़ सकती है। डोरंडा कोषागार से जुड़े 47ए/96 में फैसला फिजिकल कोर्ट में आएगा। 139.5करोड़ रुपये की अवैध निकासी से जुड़े इस मामले में प्राथमिकी के 9 साल बाद 26 सितंबर 2005 को लालू प्रसाद समेत 148 के खिलाफ आरोप तय किया गया था।
चार्जशीट 176 के खिलाफ की गयी थी। इसके बाद सीबीआई की ओर से 14 साल तक साक्ष्य प्रस्तुत किया गया। 16 मई 2019 को साक्ष्य बंद हुआ, इसके बाद आरोपियों के बयान 16 जनवरी 2020 को दर्ज किये गये। 26 फरवरी2021 को बचाव पक्ष की गवाही पूरी हुई, वहीं 7 अगस्त 2021 को अभियोजन पक्ष की बहस खत्म हुई। इसके बाद आरोपियों की ओर से बहस हो रही थी, जो आज खत्म हो गयी। इसके साथ ही लगभग 26 साल तक चली सुनवाई में आरोपियों की संख्या घटकर 102 रह गयी। यह संख्या और घट सकती है।
रांची स्थित सबीआई कोर्ट में लालू प्रसाद के खिलाफ चारा घोटाले के पांच केस दर्ज किये गये थे। इसमें चार में फैसला आ चुका है। सभी मामले में सजा सुनायी गयी है और अब पांचवें और अंतिम केस में फैसला आना बाकी रह गया है।