देहरादून। उत्तराखंड मै विजय सम्मान रैली के जरिए कांग्रेस की चुनावी अभियान का आगाज करने देहरादून पहुंचे राहुल गांधी ने भाजपा पर जमकर प्रहार किए। राहुल गांधी ने अपने भाषणों की शुरुआत इंदिरा गांधी और राजीव गांधी का जिक्र करते हुए की। देहरादून में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, मेरे परिवार ने देश के लिए खून दिया है। मेरे परिवार ने देश के लिए कुर्बानी दी। मेरी दादी इंदिरा गांधी और पिता राजीव गांधी देश के लिए शहीद हुए।
उत्तराखंड के कई परिवारों की तरह मेरे परिवार ने भी कुर्बानियां दी हैं, राज्य के साथ यही मेरा रिश्ता है। उन्होंने कहा, देश की खातिर इंदिरा गांधी ने 32 गोलियां खुद पर लीं, 1971 को हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध के 50 साल पूरे होने पर आयोजित सरकारी कार्यक्रमों में उनके नाम का कोई जिक्र नहीं किया गया।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, हिन्दुस्तान के आगे कोई भी देश सामने खड़ा नहीं हो सकता। राहुल गांधी ने कृषि कानूनों का जिक्र करते हुए कहा, आज देश को बांटा जा रहा है। देश को कमजोर किया जा रहा है। एक भाई को दूसरे भाई से लड़ाया जा रहा है। एक भाई दूसरे भाई को डरा रहा है। कमजोर लोगों को मारा जा रहा है। तीन बिल काले कानून, किसानों के खिलाफ मदद करने के लिए नहीं उनको खत्म करने के लिए बनाए गए हैं।किसान आंदोलन को लेकर राहुल गांधी ने भाजपा सरकार को आड़े हाथ लिया।
उन्होंने कहा, पूरे देश के किसान एक साथ खड़े हुए, पीछे नहीं हटे। एक साल बाद प्रधानमंत्री हाथ जोड़कर कहते हैं गलती हो गई, माफी मांगता हूं और फिर माफी मांगने के बाद जो 700 किसान शहीद हुए उनके बारे में भाजपा के लोग कहते हैं कि कोई शहीद नहीं हुआ। एक किसान की मौत नहीं हुई।
पंजाब की सरकार ने 700 किसानों को कंपनसेशन दिया। राहुल गांधी ने कहा, जब भाजपा सरकार के लोग किसानों की मौत मानने को तैयार नहीं हुए तो उन्होंने पार्लियामेंट में लिस्ट निकाल कर रखी।
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, कृषि कानून बिल को वापस लेना गलती नहीं एक साजिश थी। राहुल गांधी ने उद्योग पतियों का नाम लिए बगैर कहा, यह सब बिजनेसमैनों के लिए काम किया जा रहा था। उन्होंने कहा, कृषि कानून बिल ऐसे ही वापस नहीं लिए गए, कांग्रेस पार्टी खड़ी हुई, किसान खड़े हुए, विपक्ष के लोग खडे हुए तब प्रधानमंत्री ने माफी मांगी।
राहुल गांधी ने आगे कहा, नोटबंदी और उसके बाद गलत जीएसटी, फिर कोरोना के समय हिन्दुस्तान के सबसे उद्योग पतियों का टैक्स माफ किया, लेकिन मजदूरों को हास्य ट्रेन का टिकट दिखाया गया। उन्होंने कहा, क्या हो रहा है क्यों हो रहा है, चाहें वो नोटबंदी हो या गलत जीएसटी। कोरोना में सरकार का एक्शन हो, यह तीनों काम हिन्दुस्तान के छोटे बिजनेस वाले हैं, किसान हैं मजदूर हैं, इन पर हिन्दुस्तान के सबसे बड़े उद्योग पतियों का आक्रमण है।
छोटे दुकानदारों को मोदी सरकार ने कर दिया बर्बाद
केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने पूछा, अब तक रोजगार क्यों नहीं मिला। उन्होंने कहा, जो आपको रोजगार दे सकते हैं, छोटे बिजनेस वाले, दुकानदार, उनको मोदी की सरकार ने नष्ट कर दिया है खत्म कर दिया है। उन्होंने कहा, नोटबंदी-जीएसटी यह हथियार हैं पूंजिपतियों के। जब तक दिल्ली से भाजपा सरकार नहीं हटेगी तब तक इस देश में युवाओं को रोजगार नहीं मिल सकता, चाहे कुछ भी हो जाए। उन्होंने कहा, पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ेंगे। छोटे दुकानदारों का काम बंद होगा। एयरपोर्ट, इन्फ्राक्स्टचर, माइंडस उन्हीं तीन-चार लोगों को जाएग। यह देश अपने युवाओं को रोजगार नहीं दे पाएगा। राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, एक तरफ देश बांटते हो दूसरी तरफ देश की आर्थिक शक्ति है उसको आप नष्ट करते हो। राहुल गांधी बोले-हेलीकॉप्टर और तोप खरीदने से देश मजबूत नहीं होता, देश का नागरिक मजबूत होगा तो देश मजबूत होगा। देश की जनता बिना डरे बिना झिझके, बिना घबराए काम कर सकती है, जब देश की आवाज किसानों तक आसानी से पहुंचे तब देश मजबूत होता है। उन्होंने कहा, बांग्लादेश लड़ाई के समय देश मजबूत था। सेना और सरकार के बीच में जबरदस्त रिश्ता था, सरकार सेना की सुनती थी और सेना सरकार की सुनती थी। एक दूसरे में कम्यूनिकेशन था, तब हिन्दुस्तान की हर व्यवस्था मजबूत थी।