आर्य एवं संजीव के काफिले को रोककर काले झंडे दिखाकर विरोध

बाजपुर। पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य एवं उनके पुत्र संजीव आर्य के काफिले पर लेबड़ा पुल के पास काले झंडे दिखाकर विरोध और जमकर हंगामा किया  गया।

उनकी गाड़ी रोककर तीखी झड़प हुई जिसमैं काले झंडे दिखाने वालों समर्थकों ने तीन लोगों के साथ मारपीट की उसके बाद अपने समर्थकों के साथ कैबिनेट मंत्री कोतवाली पर धरने पर बैठ गए।

आरोपियों के खिलाफ नामजद तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की जब तक मुकदमा दर्ज नहीं होगा जब तक कोतवाली से कार्यकर्ता नहीं जाएंगे। 5 घंटे तक शहर में अफरा-तफरी का माहौल रहा इस घटना पर पुलिस प्रशासन सक्रिय भूमिका नहीं निभा पाया।

पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य एवं नैनीताल पूर्व विाायक संजीव आर्य द्वारा राम भवन धर्मशाला में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कार्यकर्ताओं को कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कराने के लिए।

यशपाल आर्या बोले,यह लड़ाई मेरी नहीं पूरे प्रदेश की लड़ाई हैं

पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने कहा, जो 1 साल पहले गुंडागर्दी हुआ करती थी आज मुझे देखने मिली है क्या बाजपुर की जनता इस गुंडागर्दी को दोबारा देखना चाहती है मैंने कभी भी दोष भावना से काम नहीं किया। आज मुझे एहसास हो गया है कि बाजपुर की जनता मेरे साथ है मुझे कोई डर नहीं है यह भाजपा सरकार का षड्यंत्र रचा हुआ है जो उनके कहने पर हमारे साथ अभद्रता मारपीट की गई है यह लोग भाजपा के इशारे पर काम कर रहे हैं।

ऐसे लोगों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा क्या बाजपुर की जनता गुंडे अपराधियों को विधायक बनाना चाहती है या फिर बाजपुर को शांति के माहौल में देखना चाहती है।

यह वह लोग हैं कांग्रेस के जो विधायक का कांग्रेस से टिकट मांग रहे हैं मेरे द्वारा 10 वर्षों में निस्वार्थ के विकास कार्य किए गए हैं और इन वर्षों में में शांति कायम रखने में भी कामयाब रहा हमने कभी भी दोष के साथ कोई काम नहीं किया जिस तरह से इन लोगों द्वारा मुझे और मेरे बेटे के खिलाफ षड्यंत्र रचते हुए जो आज हमला हमारे ऊपर किया गया है यह बहुत गंभीर विषय है।

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