श्रीनगर। जम्मू कश्मीर और लद्दाख से लोगों को राहत मिलने के अभी कोई आसार नहीं दिखाई दे रहे है। दोनों प्रदेशों में मौसम शुष्क बना हुआ है और तापमान में गिरावट जारी है जिससे लोगों का जीवन दूभर हो गया है।
मौसम विभाग की ओर जारी ताजा जानकारी देते हुए कहा कम तीव्रता के सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ आगामी चार दिसंबर से जम्मू कश्मीर को प्रभावित कर सकता है। जिसके कारण 05 दिसंबर को जम्मू-कश्मीर में अधिकांश स्थानों पर हल्की बारिश और हिमपात हो सकता है।
इसके अलावा मैदानी इलाकों में बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने कहा कि केन्द्रशासित प्रदेश के ऊंची चोटियों में लगभग छह इंच से अधिक तक हिमपात हो सकता है और पांच दिसंबर को कश्मीर घाटी में दिन का तापमान नौ डिग्री सेल्सियस से नीचे रहेगा।
इसी बीच तापमान में कमी आने की वजह से कश्मीर घाटी में शीत लहर की स्थिति बन सकती है।
श्रीनगर में न्यूनतम तापामन शून्य से नीचे 1.1 डिग्री से मुकाबले (-) 1.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। घाटी समेत विश्व प्रसिद्ध डल झील के बुलवर्ड रोड में घना कोहरा छाया रहा।
केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में भी कड़ाके की ठंड जारी है। द्रास वायु सेना स्टेशन में न्यूनतम तापमान एक दिन पहले शून्य से नीचे 11.2 डिग्री के मुकाबले 11.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
लेह में दो डिग्री सेल्सियस के सुधार 9.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कारगिल में शून्य से नीचे 7.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग ने कहा कि दक्षिण कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम घाटी का सबसे ठण्डा स्थान रहा।
यहां का न्यूनतम तापमान -3.3 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा जबकि मंगलवार को -3.4 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया था। पहलगाम में रात का तापमान में कमी आने के बाद अधिकांश छोटे-छोटे जलाशय जम गए जिससे शीत लहर की स्थिति बनी हुई है।
उत्तर कश्मीर में गुलमार्ग के स्की रिसॉर्ट में रात के तापमान में सुधार देखा गया और न्यूनतम तापमान शून्य से 1.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कड़ाके की ठंड से पर्यटकों का भी जीना मुहाल हो गया है।