मध्य प्रदेश। कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के संगठन में पकड़ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की लगातार कांग्रेस पार्टी के विधायक एक-एक कर पार्टी को क्यों अलबिदा कर रहे है ? इससे कमलनाथ के सर्वमान्य होने पर सवालिया निशान पर चर्चा होने लगी है ? प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ से आखिर पार्टी परिवार को सम्हालने में आखिर कौनसी चूक हो रही है जिसका खामियाजा कांग्रेस पार्टी को उठाना पड रहा है ।
मप्र कांग्रेस को रविवार को उस वक्त बड़ा झटका लगा, जब बड़वाह के कांग्रेस विधायक सचिन बिरला भाजपा में शामिल हो गए। सीएम शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में उन्होंने बड़वाह में भाजपा की सदस्यता ली।
बिरला ने आज सनावद के बेडिया में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सभा में भाजपा की सदस्यता ली। खंडवा लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाले बड़वाह के विधायक सचिन बिरला गुर्जर समाज के हैं।
माना जाता है कि उन्हें भाजपा में लाने में मांधाता ओंकारेश्वर के विधायक नारायण पटेल की बड़ी भूमिका है। पटेल ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़ने वाले विधायकों में शामिल थे। सचिन बिरला को कांग्रेस नेता राहुल गांधी का करीबी माना जाता था। कमलनाथ सरकार के शपथ समारोह में वह राहुल गांधी से अलग से मिले थे।
भाजपा में शामिल होने के बाद सचिन बिरला ने कहा, अब देश की सबसे बड़ी पार्टी का सदस्य हूं। मुख्यमंत्री का आभार मानता हूं। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपने भाषण में कहा, बड़ी देर लगी नंदलाला।
कांग्रेस जिसने देश-प्रदेश को बंटाधार कर दिया। सचिन जब कमलनाथ के पास जाते थे, नर्मदा का पानी लाने से लेकर मिर्च मंडी तक की बात करते तो पैसा नहीं है, कहकर कमलनाथ उन्हें चलो-चलो कह देते थे, लेकिन नारायण पटेल के बाद सचिन बिरला ने भी उन्हें जवाब देते हुए कहा है चले-चलो।
सीएम चौहान ने पूर्व विधायक हितेंद्रसिंह सोलंकी से कहा, इनसे बैर-भाव मत रखना, इनका ध्यान रखना। जो मुद्दे सचिन बिरला ने उठाए, उन्हें सरकार पूरा करेगी। बेड़िया मंडी को एशिया की सबसे शानदार मंडी बनाएंगे। 30 अक्तूबर को खंडवा लोकसभा सीट और तीन विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव हो रहा है। इसे लेकर कांग्रेस व भाजपा के बीच घमासान जारी है।
कांग्रेस विधायक सचिन बिरला के भाजपा में शामिल होने पर पूर्व सीएम व वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा- बिकाऊ माल बिकेगा और टिकाऊ माल टिकेगा