योगी और त्रिवेंद्र में चुनावी रणनीति को लेकर हुई बतकही, योगी को भाजपा हाईकमान का पैगाम देकर देहरादून लौट त्रिवेंद्र सिंह रावत
तो त्रिवेंद्र को यूपी नहीं उत्तराखण्ड की ही चुनावी रणनीति की अहम जिम्मेदारी देने के मूड में है भाजपा हाईकमान
अमर श्रीकांत
लखनऊ/ देहरादून। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के बीच सोमवार को लंबी बातचीत हुई है। माना जा रहा है उत्तरप्रदेश में वर्ष 2022 में होने वाले चुनाव को लेकर योगी आदित्यनाथ और त्रिवेंद्र सिंह रावत के बीच बातचीत हुई है। सूत्रों की मानें तो भाजपा हाईकमान ने चुनाव संबंधी कुछ खास रणनीति को लेकर त्रिवेंद्र को एकाएक लखनऊ भेजा था। यहां बताते चलें कि त्रिवेंद्र सिंह रावत अच्छे रणनीतिकार माने जाते हैं। इसलिए भाजपा हाईकमान ने चुनाव रणनीति को लेकर कुछ खास टिप्स योगी को देने लिए त्रिवेंद्र को एकाएक लखनऊ भेजा था। चर्चा यह भी त्रिवेंद्र को उत्तरप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है लेकिन राजनीतिक के जानकार इससे इत्तफाक नहीं रखते। राजनीति के जानकारों की मानें तो उत्तराखंड में भी वर्ष 2022 में विधानसभा का चुनाव है। लिहाजा त्रिवेंद्र को उत्तरप्रदेश की की जिम्मेदारी कतई नहीं सौंप सकता है। क्यों कि मौजूदा हालात में विधानसभा चुनाव के दौरान उत्तराखंड में त्रिवेंद्र की भूमिका काफी अहम हो सकती है। इसलिए भाजपा हाईकमान त्रिवेंद्र का उपयोग चुनाव के समय उत्तरप्रदेश के बजाय उत्तराखंड में करना चाहेगा। क्यों कि भाजपा के पास फिलहाल त्रिवेंद्र के कद का कोई बड़ा नेता नहीं है। भाजपा हाईकमान अब भी त्रिवेंद्र पर पहले की तरह ही भरोसा रखता है। लखनऊ दौर के दौरान त्रिवेंद्र ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन और बलदेव सिंह औलख से भी लंबी वार्ता की है।