रुद्रप्रयाग। देव स्थानम बोर्ड के विरोध में केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहितों का आंदोलन जारी है। देव स्थानम बोर्ड के विरोध में आंदोलन कर रहे तीर्थ पुरोहितों को केदारनाथ धाम के संत समाज ने भी अपना समर्थन दिया है। संत समाज का कहना है कि सरकार को तीर्थ पुरोहितों की मांग को मान लेना चाहिए और बोर्ड को शीघ्र भंग कर देना चाहिये।
विश्व विख्यात केदारनाथ धाम में तीर्थ पुरोहितों की ओर से विगत 17 अगस्त से देव स्थानम बोर्ड के विरोध में क्रमिक अनशन किया जा रहा है। सोमवार को केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहितों ने मंदिर परिसर में सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रैली निकाली और फिर मंदिर के आगे धरना दिया। बोर्ड के विरोध में कुछ तीर्थ पुरोहित क्रमिक अनशन भी करते रहे। तीर्थ पुरोहितों के आंदोलन को केदारनाथ संत समाज ने भी अपना समर्थन दिया है। संत समाज ने कहा कि सरकार को तीर्थ पुरोहितों की जायज मांग को मान लेना चाहिये। दूसरी ओर जिला पंचायत उपाध्यक्ष एवं आम आदमी पार्टी के युवा नेता सुमंत तिवारी ने केदारनाथ पहुंचकर देव स्थानम बोर्ड के विरोध में चलाये जा रहे आंदोलन को समर्थन दिया है। तिवारी ने कहा कि सरकार उत्तराखंड के मठ-मंदिरों पर भी अपना कब्जा करना चाहती है। देव स्थानम बोर्ड के विरोध में लंबे समय से तीर्थ पुरोहित आंदोलन चला रहे हैं, लेकिन सरकार पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। बोर्ड का गठन होने से तीर्थ पुरोहितों और स्थानीय लोगों के हक-हकूक प्रभावित हुए हैं। बोर्ड के खिलाफ सभी लोग अंतिम सांस तक लड़ाई लडऩे के लिये तैयार हैं। सरकार की मनमानी बिल्कुल भी नहीं चलने दी जायेगी। इस मौके पर केदार सभा अध्यक्ष विनोद शुक्ला, कुबेरनाथ पोस्ती, आचार्य संतोष त्रिवेदी, अंकुर शुक्ला, प्रवीण तिवारी सहित अन्य मौजूद थे।