नयी दिल्ली। 7वें अंतराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधिक करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, आज जब पूरा विश्व वैश्विक महामारी का मुकाबला कर रहा है, तो योग उम्मीद की एक किरण बना हुआ है।प्रधानमंत्री ने 7वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर लोगों को शुभकामनाएं भी दी। मोदी ने कहा कि योग हमें स्ट्रेस से स्ट्रेंथ और नेगेटिविटी से क्रिएटिविटी का रास्ता दिखाता है। योग हमें अवसाद से उमंग और प्रमाद से प्रसाद तक ले जाता है। पीएम ने दुनिया की विभिन्न भाषाओं में योग प्रशिक्षण देने के लिए एम-योग ऐप लांच करने की भी घोषणा की।
प्रधानमंत्री ने कहा, जब कोरोना के अदृश्य वायरस ने दुनिया में दस्तक दी थी, तब कोई भी देश, साधनों से, सामर्थ्य से और मानसिक अवस्था से, इसके लिए तैयार नहीं था। हम सभी ने देखा है कि ऐसे कठिन समय में, योग आत्मबल का एक बड़ा माध्यम बना। उन्होंने कहा, दो वर्ष से दुनिया भर के देशों में और भारत में भले ही बड़ा सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित नहीं हुआ हो लेकिन योग दिवस के प्रति उत्साह कम नहीं हुआ है।
मोदी ने कहा कि योग हमें तनाव से शक्ति का और नकारात्मकता से रचनात्मकता का रास्ता दिखाता है। उन्होंने विश्वास जताया कि योग जनता के स्वास्थ्य की देखभाल में निवारक एवं प्रेरक भूमिका निभाता रहेगा। उन्होंने कहा, जब भारत ने संयुक्त राष्ट्र में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का प्रस्ताव रखा था, तो उसके पीछे यही भावना थी कि यह योग विज्ञान पूरे विश्व के लिए सुलभ हो।
आज इस दिशा में भारत ने संयुक्त राष्ट्र, विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ मिलकर एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर योग संबंधी एक ऐप शुरू करने की जानकारी दी। उन्होंने कहा, अब विश्व को एम-योगह् ऐप की शक्ति मिलने जा रही है। इस ऐप पर योग संबंधी सामान्य नियमों के आधार पर योग प्रशिक्षण के कई वीडियो दुनिया की अलग-अलग भाषाओं में उपलब्ध होंगे।