देहरादून। आज का युग प्रतिस्पर्धा का है। निजी बैंकों या अन्य किसी भी राष्ट्रीय बैंकों के
समकक्ष सहकारी बैंकों को खड़ा करना है तो सबसे पहले सहकारी बैंकों में सुविधाएं
बढ़ानी होंगी। सहकारिता मंत्री डा.धन सिंह रावत ने मंगलवार को विधानसभा स्थित
सभाकक्ष में जिला सहकारी बैंकों के चेयरमैनों की मौजूदगी में सहकारी बैंकों की समीक्षा
बैठक के दौरान यह बात कही।
उन्होंने सहकारी बैंकों में रिक्त पदों पर भर्ती, बैंक की नई शाखाएं खोलने, जगह-जगह एटीएम स्थापित करने, मुख्यमंत्री घसियारी योजना एवं मुख्यमंत्री मोटरसाइकिल योजना को लेकर भी विस्तृत चर्चा की। डा.धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश के 10 जिला सहकारी बैंक और राज्य सहकारी बैंक में वर्ग 3 एवं 4 से ऊपर के 380 रिक्त पदों पर भर्ती की जाएगी,जिसकी परीक्षाएं पूर्व की भांति आईबीपीएस के माध्यम से आयोजित की जाएगी। इसके लिए मंत्री डा. रावत ने सभी चेयरमैन और महाप्रबंधक को रिक्त पदों की जानकारी देने के निर्देश दिए।
वहीं सहकारी बैंको में वर्ग 4 और वर्ग 3 के रिक्त पदों पर बैंकों के बोर्ड निर्णय लेंगे। गौरतलब है कि सहकारी बैंकों में पहले भी आईबीपीएस के माध्यम से पारदर्शिता के साथ नियुक्तियां कराई जा चुकी हैं। बैठक में सहकारिता मंत्री डा. रावत ने प्रत्येक चेयरमैन से कम्प्यूटाइजेशन, सीबीएस, डाटा बैंक, विप्रो सिस्टम, नए एटीएम, नई 100 ब्रांच खोलने की प्रगति जानी।
उन्होंने कहा कि अगर को-आपरेटिव बैंकों को नेशनल बैंकों से प्रतिस्पर्धा करनी है तो उन्हें उपभोक्ताओं को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं देनी होगी। उन्होंने टीसीआईएल को बैंकों का डाटा सेंटर तुरंत स्थापित करने के निर्देश दिए ताकि 15 जुलाई तक मुख्यमंत्री इसका उद्घाटन कर सके। उन्होंने कहा कि सहकारी बैंकों की व्यवस्था को ठीक करने के लिए राज्य और किसानों के हित में जो कार्य होंगे, वह किये जायेंगे।
उन्होंने भरोसा दिलाया कि चेयरमैन और बोर्ड के बगैर कोई कार्य नहीं किया जायेगा। वहीं बैंकों द्वारा वसूले गए एनपीए ऋण को लेकर डा. रावत ने संतोष व्यक्त किया। सहकारिता मंत्री ने समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजना तथा मुख्यमंत्री मोटरसाइकिल योजना को जल्द लांच करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत इसका उद्घाटन करेंगे।
बैठक में राज्य सहकारी बैंक के चेयरमैन दान सिंह रावत, डीसीबी देहरादून के चेयरमैन अमित शाह , डीसीबी टिहरी गढ़वाल के चेयरमैन सुभाष रमोला, डीसीबी कोटद्वार के चेयरमैन नरेंद्र सिंह रावत, डीसीबी उत्तरकाशी के चेयरमैन विक्रम सिंह रावत, डीसीबी हरिद्वार के चेयरमैन प्रदीप चौधरी, डीबीसी चमोली के चेयरमैन गजेंद्र सिंह रावत डीसीबी ऊधम सिंह नगर के चेयरमैन कार्यवाहक योगेंद्र रावत ,डीसीबी नैनीताल के चेयरमैन राजेंद्र सिंह नेगी, डीसीबी अल्मोड़ा के चेयरमैन ललित लटवाल, डीसीबी पिथौरागढ़ के चेयरमैन मनोज सामंत, राज्य सहकारी बैंक की एमडी ईरा उप्रेती, जीएम एनपीएस ढाका सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।