भाजपा का मुखपत्र बन गया है चुनाव आयोग
जो-जो कहती है आयोग वही करता है
लग रहा है राष्ट्रपति शासन में हो रहा हो चुनाव
कोलकाता। बंगाल विधानसभा के दूसरे चरण के तहत चार जिलों की 30 सीटों पर गुरुवार को मतदान होने वाला है। उससे पहले मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी चुनाव आयोग के खिलाफ हमलावर नजर आई। बुधवार को हुगली जिले के गोघाट में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि चुनाव आयोग भाजपा का मुखपत्र बन गया है। उसके एजेंट के रूप में काम कर रहा है। भाजपा नेता प्रतिनिदन चुनाव आयोग पहुंच कर जो-जो कह रहे हैं आयोग वही-वही कर रहा है। उत्तर प्रदेश समेत भाजपा शासित राज्यों से गुंडों को बुला कर नंदीग्राम में एकत्र किया गया है, जो मतदाताओं को डरा धमका रहे हैं। भाजपा शासित राज्यों से आई पुलिस भी भाजपा की ही मदद कर रही है। हम हर दिन चुनाव आयोग से शिकायत कर रहे हैं, लेकिन वे हमारी बात नहीं सुन रहे हैं। वे केवल वही सुन रहे हैं जो भाजपा कह रही है। मैंने ऐसा असहाय चुनाव आयोग कभी नहीं देखा है। मानों बंगाल में ऐसा लग रहा है मानों राष्ट्रपति शासन के बीच मतदान हो रहा है।
ममता बनर्जी ने नंदीग्राम के भाजपा उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी पर एक बार फिर निशाना साधा। कहा कि इतने वर्षों तक दूध व केला खिला कर मैंने जहरीला सांप पाल रखा था, जिसने मौका पाते ही मुझे ही डंस लिया। चुनाव है इस लिए चुप बैठी हूं, अन्यथा मैं उसे देख लेती कि उसमें कितना साहस है।
भाजपा के खिलाफ हमलावर ममता बनर्जी ने कहा कि तृणमूल के हराने के लिए दिल्ली से एक हजार नेताओं को बंगाल में उतारा है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को एक बार फिर नड्डा-चड्डा-गड्डा कहते हुए कटाक्ष किया और कहा कि ये सब मिल कर भी तृणमूल को हरा नहीं पाएंगें।
ममता बनर्जी ने धमकी भरे लहजे में कहा कि अगर मैं अपने लड़कों (तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं) को छोड़ दूं कि भाजपाई दुम दबा कर भागते नजर आएंगे। अगर मैं ऐसा नहीं कर रही तो कोई मुझे कमजोर ना समझें। मैं चाहती हूं कि बंगाल में शांतिपूर्ण माहौल में मतदान हो। उन्होंने आरोप लगाया कि भगवा दल के लोग जगह-जगह पार्टी कार्यकर्ताओं-समर्थकों पर हमले कर रहे हैं। भाजपा बंगाल की पहचानती ही नहीं है। माकपा के सभी गुंडे आज भाजपा में शामिल हो चुके हैं। वही राज्य में हिंसा फैला कर अशांत कर रहे हैं।