30 विधानसभा केंद्रों में से सात अति संवेदनशील – पुरुलिया जिले में सबसे ज्यादा होगी केंद्रीय बलों की तैनाती
कोलकाता। बंगाल में शनिवार को प्रथण चरण केपांच जिलों के 30 विधानसभा सीटों पर कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान होगा। इन तीस सीटों पर 191 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं।कुल सीटों में से 11 अनुसूचित जाति/जनजाति के लिए सुरक्षित हैं। जिन सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे उनमें बांकुड़ा की चार, पुरुलिया की 9, झाड़ग्राम की चार, पूर्व मेदिनीपुर की सात व पश्चिम मेदिनीपुर की छह सीटें शामिल हैं। पहले चरण के 30 में से सात निर्वाचन क्षेत्रों को अति संवेदनशील घोषित किया गया है। आयोग ने भारी सुरक्षा व्यवस्था करते हुए केंद्रीय बलों की 732 कंपनियों को तैनात करने का निर्णय लिया है। पुरुलिया जिले में सबसे ज्यादा केंद्रीय बलों की तैनाती होगी। यहां के बांदमान, बलरामपुर, बाघमुंडी, जयपुर, पुरुलिया, मानबाजार, काशीपुर, पाड़ा और रघुनाथपुर विधानसभा केंद्रों में मतदान केंद्रों की संख्या सबसे ज्यादा 3,127 है, जहां केंद्रीय बलों की 158 कंपनियां तैनात रहेंगी। इनके अलावा इंस्पेक्टर, एसआई, एएसआई और कांस्टेबल मिला कर 2,229 राज्य पुलिस व 446 महिला कांस्टेबलों की तैनाती की जाएगी। वहीं, झारखंड व ओडिसा राज्यों से सटे झारग्राम जिले के चार विधानसभा सीटों झारग्राम, बीनपुर, गोपीबल्लभपुर और नयाग्राम में 1,307 जहां 107 कंपनी अर्धसैनिक बल के जवानों को तैनात किया जाएगा। गौरतलब है कि 2016 विधानसभा चुनाव में इन 30 सीटों में से 27 पर तृणमूल कांग्रेस ने कब्जा जमाया था। जबकि कांग्रेस ने दो व वाममोर्चा ने एक सीट जीती थी। वहीं, भाजपा खाता भी नहीं खोल पाई थी। पर 2019 के लोकसभा चुनाव में इन जिलों में शानदार प्रदर्शन के बाद भाजपा को इस बार यहां काफी उम्मीदें हैं।
बूथ-बूथ पहुंच रहे मास्क व सेनिटाइजर
कोविड-19 के बढ़ते प्रभाव को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग ने पहले ही मास्क और दो गज की दूरी नियम को अनिवार्य कर दिया है। वहीं एहतियातन प्रत्येक बूथों पर मास्क व सेनिटाइजर पहुंचाई जा रही हैं। प्रत्यक बूथों के लिए इवीएम मशीनों का आवंटन शुरू हो गया है। पोलिंग एजेंट्स को थर्मल गन दिया जा रहा, ताकि आशा कर्मियों की मदद से मतदान केंद्र पहुंचने वालों की जांच की जा सके। इसके अलावा जो मास्क पहन कर नहीं आएंगे उन्हें मास्क भी दिया जाएगा।
राजा से रंक तक आजमा रहे अपनी किस्मत
पहले चरण में राजा से लेकर रंक तक अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। 191 उम्मीदवारों में से 48 के खिलाफ आपराधिक मामले हैं, जिनमें से 42 के खिलाफ गंभीर मामले हैं। वहीं, 19 उम्मीदवार करोड़पति हैं। सबसे कम संपत्ति वाले दो उम्मीदवार हैं, जिनकी कुल संपत्ति 500 रुपये है। चार उम्मीदवार ऐसे भी हैं, जिनकी संपत्ति शून्य हैं। 96 उम्मीदवार महज पांचवीं से बारहवीं पास हैं जबकि 96 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता पांचवीं से 12वीं तक घोषित की है जबकि 92 ने स्नातक व उससे ज्यादा बताई है। तीन उम्मीदवारों ने अपनी शिक्षा योग्यता डिप्लोमा धारक घोषित की है। पहले चरण में 21 महिला उम्मीदवार हैं जबकि पुरूष उम्मीदवारों की संख्या 170 है।
प्रथण चरण से 30 सीटों के लिए चुनाव प्रचार का शोर बुधवार शाम 6.30 बजे थम गया था। प्रचार के अंतिम दिन सभी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। भाजपा की ओर से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, बॉलीवुड स्टार मिथुन चक्रवर्ती, सांसद व पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर, गायक व अभिनेता मनोज तिवारी आदि ने प्रचार किया। वहीं तृणमूल के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके सांसद भतीजे अभिषेक बनर्जी ने ताबड़तोड़ सभाएं और रोड शो किए। वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी से लेकर माकपा राज्य सचिव सूर्यकांत मिश्रा भी प्रचार के लिए पहुंचे।