- माननीय मंत्री सहित हज़ारों लोग पहुंचे अंतिम यात्रा में
- पलामू के उगते सूरज का हुआ अस्त, पूरा देश मर्माहत: माननीय मंत्री
- पूर्वडीहा घाट, पलामू में हुआ अंतिम संस्कार
- राज्य सरकार के तरफ से परिजनों को मिलेगा 10 लाख, पेंशन की भी मिली मंजूरी
रांची: सूरज दुबे अमर रहें, वन्दे मातरम, भारत माता की जय, हत्यारे को फांसी दो जैसे नारों से पूर्वडीहा घाट गूंज उठा जब पूर्वडीहा निवासी एवं भारतीय नौ सेना के जवान श्री सूरज दुबे का शव, घाट पर पहुंचा। शव के साथ हज़ारों की संख्या में लोग मौजूद थे। मृत सूरज दुबे की अंतिम यात्रा में माननीय मंत्री पेयजल एवम स्वच्छता विभाग श्री मिथिलेश कुमार ठाकुर पूर्व से ही घाट पर मौजूद थे। पलामू के पूर्वडीहा गांव निवासी एवम भारतीय नव सेना के जवान श्री सूरज दुबे का पार्थिव शरीर कल रात उनके गांव पहुंचा। आज सुबह सैनिक सम्मान के साथ शहीद की अंतिम यात्रा निकाली गई। इस दौरान हज़ारों की संख्या में लोग मौजूद थे। तिरंगे में लिपटे श्री सूरज दुबे के पार्थिव शरीर को लेकर नेवी के जवानों ने कन्धा दिया। नेवी तथा सेना के जवानों ने कोयल नदी के घाट पर स्थित पूर्वडीहा घाट पर सलामी दी।
मृत जवान को मुखाग्नि पिता मिथिलेश दुबे ने दी
मौके पर मौजूद माननीय मंत्री पेयजल एवं स्वच्छता विभाग श्री मिथिलेश कुमार ठाकुर भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि मृत जवान के मौत पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से परिवारजनों को 10 लाख रुपए की राशि दी जाएगी, साथ ही साथ परिवार के सदस्यों के पेंशन की मंजूरी भी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पलामू के बेटे की मौत से राज्य ही नहीं बल्कि पूरा देश मर्माहत है। घटना को अंजाम देने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी इस का आश्वासन माननीय मंत्री ने दिया। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा हर संभव कोशिश की जाएगी कि जल्द से जल्द दोषियों को सजा मिले। बताते चलें कि विगत 30 जनवरी से लापता भारतीय नौसैनिक के जवान सूरज कुमार दुबे मुंबई के पालघर से घायल अवस्था में मिले थे। उन्हें घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां से डॉक्टरों ने गंभीर स्थिति को देखते हुए भारतीय नौसेना अस्पताल मुंबई में रेफर कर दिया था। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी।