सब संस्कारों का अंतिम परिणाम व्यक्तित्व का विकास है
श्री बदरीनाथ धाम।संयमी जीवन संस्कारों को सम्पन्न करता है और संस्कारों का फल होता है शरीर औऱ आत्मा का उत्तरोत्तर विकास धर्म सन्मार्ग का प्रथम उपदेश है अभ्युदय के लिए नियम है संयम उस आदेश का नियम पालन है संस्कार उन संयमो का सामूहिक फल है और किसी देश काल और निमित में विशेष प्रकार की उन्नत अवस्था मे…
Read More...
Read More...