जब राष्ट्रपति ने डॉ योगेंद्र नाथ शर्मा ‘अरुण’ से प्राप्त की वैदुष्मणि विद्योत्तमा!
रुड़की। महाकवि कालिदास की गुरु थी उनकी अर्धांगिनी विद्योत्तमा,इस तथ्य को मौनीबाबा के प्रोत्साहन पर वैदुष्मणि विद्योत्तमा पुस्तक की रचना करके महान शिक्षाविद एवं साहित्यकार डॉ योगेंद्र नाथ शर्मा 'अरुण' ने सिद्ध कर दिखाया था।साहित्यकार श्रीगोपाल नारसन ने बताया कि डॉ अरुण मानते थे कि कालिदास को महाकवि…
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