चेरोनविल हादसे के बाद की जांच में क्रमिक विकास का नया तथ्य
रांची। चेरोनबिल के परमाणु बिजलीघर के विस्फोट को परमाणु ऊर्जा के मामले में सबसे बड़ी दुर्घटना के तौर पर देखा जाता है। 26 अप्रैल 1986 में यह हादसा हुआ था। वहां के चार रियेक्टरों में अचानक हुए रिसाव की वजह से कुछ लोगों की मौत हुई थी।
एहतियात के तौर पर आस पास के लोगों को भी आनन फानन में हटा लिया गया…
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