मुनी की रेती। ऋषिकेश में कौडियाला-मुनि की रेती ईको टूरिज्म जोन राफ्टिंग के लिए प्रसिद्ध है। ऋषिकेश के कौडियाला-मुनि की रेती ईको टूरिज्म जोन में इन दिनों बड़ी संख्या में पर्यटक राफ्टिंग करने पहुंच रहे हैं। पर्यटकों की पसंद का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले दो माह में ही डेढ़ लाख से अधिक पर्यटक गंगा में रिवर राफ्टिंग लुफ़्त उठा चुके हैं। देश- विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक यहां गंगा की लहरों में रोमांच का लुफ़्त उठाने के लिए पहुंचते हैं। वर्तमान में गंगा नदी में 263 पंजीकृत कंपनियों की 576 राफ्ट्स मौजूद हैं।
इसके माध्यम से करीब 30 हजार लोग इस व्यवसाय से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष से रूप रोजगार पा रहे हैं। तीर्थनगरी ऋषिकेश क्षेत्र में पर्यटन की बात करें तो सबसे अधिक पर्यटक यहां गंगा में रिवर राफ्टिंग के आकर्षण से ही यहां पहुंचता है। जिससे यहां कैंपिंग, होटल, रिजॉर्ट तथा पर्यटन से जुड़े अन्य व्यवसाय भी लाभांवित होते हैं।
वर्ष 2022-23 के वित्तीय सत्र में राफ्टिंग के लिए ऋषिकेश पहुंचे पर्यटकों की संख्या पर गौर करें तो, पूरे सत्र में चार लाख 31 हजार 870 पर्यटक गंगा में रिवर राफ्टिंग के लिए पहुंचे थे। जबकि वर्ष 2023-24 के राफ्टिंग सत्र में यह संख्या तीन लाख 94 हजार 345 रही।
इस वर्ष सत्र 2024-25 में अभी महज दो माह का समय ही बीता है, जबकि अभी तक गंगा में राफ्टिंग करने वाले पर्यटकों की संख्या एक लाख 52 हजार 854 के आंकड़े को पार कर चुकी है। अभी गंगा में 30 जून तक राफ्टिंग की गतिविधि जारी रहेगी। जुलाई और अगस्त माह में मानसून सत्र में राफ्टिंग गतिविधि दो माह के लिए बंद कर दी जाती है। ऐसे में राफ्टिंग व्यवसायियों को इस सत्र में अच्छी संख्या में पर्यटकों की पहुंचने की उम्मीद है।